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नहीं हटाएं पाठशाला, स्थानांतरण मंजूर नहीं
पटना सिटी: दान की भूमि पर स्थापित 115 वर्ष प्राचीन नारायणी कन्या उच्च माध्यमिक व मध्य विद्यालय के स्थानांतरण की योजना पर सरकार अपनी नीति स्पष्ट करे. प्रशासन ने पहले पटना घाट के माल गोदाम के क्षेत्र में विद्यालय को ले जाने की योजना बनायी, अब मंगल तालाब के समीप स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, […]
पटना सिटी: दान की भूमि पर स्थापित 115 वर्ष प्राचीन नारायणी कन्या उच्च माध्यमिक व मध्य विद्यालय के स्थानांतरण की योजना पर सरकार अपनी नीति स्पष्ट करे. प्रशासन ने पहले पटना घाट के माल गोदाम के क्षेत्र में विद्यालय को ले जाने की योजना बनायी, अब मंगल तालाब के समीप स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, पटना सिटी में स्थानांतरित करने की योजना बना रही. ऐसा क्यों.
यह सवाल बुधवार को अनुमंडल प्रशासन द्वारा विद्यालय स्थानांतरण के मुद्दे पर रायशुमारी के लिए बुलायी गयी बैठक में उपस्थित लोगों ने उठाया. बैठक की अध्यक्षता एसडीओ किशोर कुमार प्रसाद ने की. संचालन नियंत्रण कक्ष प्रभारी मथुरा बड़ाईक ने किया. बैठक में उपस्थित लोगों ने एक स्वर में कहा कि विद्यालय स्थानांतरण नहीं होने देंगे, यदि ऐसा हुआ , तो उग्र आंदोलन होगा और इसकी जिम्मेदारी सरकार पर होगी.
लोगों ने कहा- विद्यालय में हो बैठक, नीति करें स्पष्ट
बैठक में उपस्थित लोगों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि विद्यालय स्थानांतरण के मुद्दे के पर अनुमंडल प्रशासन जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में बैठक, तो बुलाती है, तो उसमें जिलाधिकारी, सांसद, विधायक व जनप्रतिनिधि के साथ प्रबंधक कमेटी के सदस्यों को भी बुलाया जाये. लोगों ने कहा कि स्थानांतरण के मुद्दे पर अगली बैठक जब भी प्रशासन के स्तर पर बुलायी जाये, उस बैठक का आयोजन विद्यालय परिसर में हो. यह सुनिश्चित किया जाये कि बैठक में जिलाधिकारी व जनप्रतिनिधि के साथ प्रबंधक कमेटी के लोग शामिल हों ताकि विद्यालय स्थानांतरण का मामला खुल कर सामने आये और सरकार की नीति भी.
कितने विदेशी पर्यटक आये, बताये सरकार
एसडीओ ने कहा कि धार्मिक स्थल घोषित कर हेरिटेज बनाने की सरकार ने योजना बनायी है ताकि यहां आनेवाले विदेशी पर्यटकों से एक डॉलर लिया जा सके. यह राशि पटना साहिब के विकास पर खर्च होगी. इस पर बैठक में शामिल पटना जिला सुधार समिति के महासचिव राकेश कपूर ने कहा कि तो सरकार यह बताये कि बीते दो दशकों के अंदर पटना साहिब में कितने विदेशी पर्यटक आये. साथ ही विद्यालय स्थानांतरण की मांग करनेवाले व स्थान बदलने का प्रस्ताव देनेवाले का चेहरा भी सामने लाये. विद्यालय किसी भी स्थिति में स्थानांतरित नहीं होगा, सरकार चाहे तो नया विद्यालय खोल सकती है.
छात्राओं के लिए महफूज नहीं स्थल
शहर से हटा कर पटना घाट माल गोदाम के पास या फिर मंगल तालाब के समीप स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, पटना सिटी में विद्यालय को शिफ्ट करने की योजना न्यायोचित नहीं है. लड़कियों की सुरक्षा के लिहाज से जहां पटना घाट सुनसान क्षेत्र है, वहीं आवाजाही का साधन भी नहीं है. हालांकि , नारायणी कन्या विद्यालय से मंगल तालाब के समीप स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की दूरी आधा किलोमीटर है, लेकिन उक्त विद्यालय में पहले से ही मध्य विद्यालय चल रहा है. ऐसे में खेल के मैदान में नये भवन बना कर लड़कों के विद्यालय में लड़कियों का विद्यालय ले जाना उचित नहीं है.
जिलाधिकारी को भेजी जायेगी रिपोर्ट
एसडीओ ने बताया कि बैठक में उपस्थित प्रबुद्ध लोगों की राय से जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेज अवगत कराया जायेगा. इसके बाद सरकार के स्तर पर फैसला लिया जायेगा. बैठक में पटना जिला सुधार समिति के महासचिव राकेश कपूर,कांग्रेस नेता परवेज अहमद,मो हसीन, डॉ विनोद अवस्थी, भाजपा के राजेश साह, प्रदीप काश,जदयू के राजेश बल्लभ उर्फ मुन्ना यादव, अनंत अरोड़ा, प्रभात जायसवाल, पूर्व पार्षद मनोज कुमार, पार्षद शिव मेहता, पूर्व पार्षद कृष्ण कुमार रजक, अधिवक्ता देवानंद तिवारी, आलोक चोपड़ा,नारी युवा मंच की पूनम मेहता आदि उपस्थित थे. उपस्थित लोगों ने स्पष्ट कहा कि सरकार ने निर्णय वापस नहीं लिया, तो इसके खिलाफ संघर्ष करने व न्यायालय की शरण ली जायेगी. विद्यालय में 4500 छात्रएं पढ़ती हैं, उनके भविष्य से खिलवाड़ नहीं होने दिया जायेगा.
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