पटना सिटी : समाजसेवी विद्यापति द्विवेदी उर्फ बच्चा बाबा की हत्या में कर्मचारी हनुमान झा का बयान व्यवाहार न्यायालय , पटना सिटी में दर्ज हुआ. दर्ज बयान में उसने बताया कि घटना के दिन 29 जून को चौक स्थित हरिहर भवन में दवा दुकानदार रवि बाबा के लिए जामुन लेकर आया था.
तब बाबा ने उसे कहा कि यहां से जाओ. इसके बाद बाबा ने मुझसे लस्सी मांग कर पी. इसके बाद बैंक से रुपये निकालने भेजा और कहा कि साथ में रवि को ले जाओ. रवि दुकान के पास ही रुक गया और कहा कि दुकान पर कुछ लोग आये हैं. रवि की दुकान के पास शंभू कुमार, संदीप कुमार, रिजवान आलम व ब्रह्मनंद चतुव्रेदी खड़े थे, इसके बाद मैं बैंक चला गया. इसी बीच फोन पर सूचना मिली की बाबा खून से लथपथ बिछावन पर गिरे पड़े हैं.
आनन–फानन में निजी उपचार केंद्र में लाया गया. जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इन लोगों से बाबा का जमीनी विवाद चल रहा था. ब्रह्मानंद चतुव्रेदी के खिलाफ बाबा ने कुलपित को आवेदन दिया था, जिसमें जांच चल रही थी. न्यायालय में दाई सावित्री देवी व पत्नी शांति देवी का भी बयान दर्ज हुआ है. पत्नी का कहना है कि कनाडा में फोन पर मरने से पूर्व हुई बात के समय बाबा ने इन लोगों ने जान का खतरा बताया था. बताते चलें कि रवि इस मामले में जेल में बंद है.