पटना: डीजल अनुदान के लिए सरकार ने 769.0625 करोड़ की राशि का प्रावधान किया है. आकस्मिक फसल योजना के लिए 15.435 करोड़ की मंजूरी मंत्रिमंडल ने मंगलवार को दे दी है. बिचड़ा बचाने के लिए तीन सिंचाई पर 10 लीटर डीजल 25 रुपये प्रति लीटर अनुदान मिलेगा. जहां रोपनी नहीं हो सकेगी, उन जिलों में कम दिनों में हाने वाले वैकल्पिक फसल बीज किसानों को उपलब्ध कराये जायेंगे. वैकल्पिक फसल के तौर पर अरहर, मक्का, मड़ुआ, बाजरा आदि के बीज किसानों को दिये जायेंगे.
मक्के के लिए अलग से अनुदान
इसके पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगले सप्ताह से किसानों को डीजल पर अनुदान दिया जायेगा. राज्य में असामान्य बारिश से धान की रोपनी बाधित हो रही है. एक जून से 23 जुलाई तक सामान्य से 23 प्रतिशत कम बारिश हुई है. जुलाई में 39 प्रतिशत कम बारिश हुई है. इससे मात्र 34 प्रतिशत रोपनी ही हो सकी है. इसे देखते हुए कृषि विभाग ने किसानों को सिंचाई के लिए डीजल पर अनुदान देने की घोषणा की है. एक एकड़ के लिए 10 लीटर डीजल पर अनुदान देने का प्रावधान है. 25 रुपये प्रति लीटर की दर से डीजल पर अनुदान दिया जायेगा. हालांकि, इस साल डीजल की कीमत बढ़ने से अनुदान राशि बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. म्मक्का की सिंचाई के लिए भी डीजल पर अनुदान दिया जायेगा. कम रोपनी होने से धान का उत्पादन लक्ष्य 92 लाख टन पाने में कठिनाई होगी.
34 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में धान की रोपनी का लक्ष्य है.
इसमें 25 लाख एकड़ में श्रीविधि से रोपनी का लक्ष्य है. पांच लाख एकड़ के लिए किसानों को तीन हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से अनुदान देने का प्रावधान है. इस साल पंचायतों में धान की सामुदायिक नर्सरी लगाने के लिए प्रति एकड़ साढ़े छह हजार रुपये अनुदान दिये गये हैं.