पटना : लंबे समय से फरार कुख्यात दुर्गेश शर्मा अपराध की दुनिया में डेढ़ दशक से सक्रिय है. शराब व्यवसायी साकेत गुप्ता हत्याकांड में भी उसका नाम आया था. साकेत को मौत के घाट उतारनेवाले पंकज सिंह व अन्य अपराधी दुर्गेश के इशारे पर ही घटनाओं को अंजाम दिया करते थे. पंकज सिंह फिलहाल साकेत हत्याकांड में जेल में बंद है.
कालिंदी कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के मालिक सह बिल्डर शैलेश हत्याकांड में पुलिस जल्द ही पंकज सिंह को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. शैलेश की हत्या की सुपारी पंकज ने ही विनोद यादव से ली थी. विनोद शैलेश का बिजनेस पार्टनर था. फिलहाल विनोद भी पुलिस के हाथ नहीं लग सका है. हालांकि, पुलिस ने पंकज के भाई विशाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
* कोर्ट में किया था समर्पण
साकेत की हत्या में पंकज ने प्रमुख भूमिका निभायी थी. साकेत की हत्या पिछले सात 7 मई की सुबह उस समय कर दी गयी थी, जब वह सुबह मॉर्निग वाक करने कुम्हरार पार्क गये थे. मॉर्निग वाक के बाद जब वह घर जाने के लिए निकले थे, तभी अपराधियों ने उन्हें गेट के समीप गोलियों से छलनी कर दिया था. साकेत की हत्या की सुपारी प्रेम सिंह ने प्रमोद यादव के मार्फत पंकज व अन्य अपराधियों को दी थी.
हालांकि, दो दिनों बाद प्रेम सिंह की भी हत्या कुम्हरार पार्क के समीप रेलवे ट्रैक पर कर दी गयी थी. पुलिस दबाव के कारण पंकज ने आरा कोर्ट में घटना के 15 दिनों बाद यानी 22 मई को आत्मसर्मपण कर दिया था. वह कदमकुआं थाने के दलदली रोड का रहनेवाला है. वही, फरार दुर्गेश मैनपुरा इलाके का रहनेवाला है. दो साल पहले उसने पंकज के साथ मिल कर आरा में बैंक डकैती भी डाली थी.
दुर्गेश मारे गये कुख्यात सुल्तान मियां का चेला है. सुल्तान मियां के साथ मिल कर करीब नौ–दस साल पहले उसने राजधानी के कई चर्चित लोगों को अगवा कर लाखों रुपये की फिरौती वसूली थी. कुंदन कृष्णन जब एसएसपी थे, तो डर से दुर्गेश पटना से फरार हो गया था. फिर उसने अपराध की दुनिया में अपना कदम जमाना शुरू कर दिया है.
* बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी
पटना : बिल्डर शैलेश कुमार सिंह की हत्या में अगमकुआं पुलिस चार बदमाशों की सरगरमी से तलाश कर रही है. पुलिस टीम शनिवार को भी फरार बदमाशों की तलाश में संभावित ठिकानों पर छापेमारी की. बिल्डर की हत्या में साजिशकर्ता के रूप में दीदारगंज के राजेश यादव, प्रबंधक धीरज यादव व पंकज सिंह गिरोह के शूटर सुधीर यादव व एक अन्य की पुलिस को तलाश रही है.
अगमकुआं थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले में पकड़े गये घोसवरी के रंजीत कुमार उर्फ नाटू, विशाल कुमार उर्फ विशाल सिंह, राजेश रजक व हर्षवर्धन की निशानदेही पर साजिशकर्ताओं का चेहरा उजागर हुआ है. पुलिस ने बताया कि हत्या की साजिश बेऊर जेल में ही रची गयी थी.
कुख्यात अपराधी दुर्गेश शर्मा गिरोह के लोगों ने हत्या की सुपारी ली थी. इसके लिए 50 हजार रुपये की पहली किस्त दी गयी थी. बताते चलें कि अगमकुआं थाना क्षेत्र के बड़ी पहाड़ी पर 26 जून को बिल्डर शैलेश कुमार सिंह की हत्या उस समय कर दी, जब वह वेयर हाउस निर्माण कार्य कराने आये थे.