पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने राज्य सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है. विधान परिषद स्थित अपने कक्ष में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि जब वह मुंबई से लौट रहे थे, तो फ्लाइट में पटना के एक बड़े डॉक्टर ने बताया कि अपराधी ने उनसे रंगदारी मांगी है.
उनसे कहा गया है कि तीन बैंक खाता में 50 हजार से कम राशि जमा करें. डॉक्टर ने बताया कि शहर के सात-आठ डॉक्टरों व चार्टर्ड एकाउंटेंट से भी रंगदारी मांगी गयी है. कई ने तो अपराधी के बैंक खाते में राशि जमा भी की है. मोदी ने बताया कि अपराधी के डर से डॉक्टर ने शहर छोड़ने का निर्णय भी कर लिया है. डॉक्टर ने शाम छह बजे के बाद क्लिनिक में बैठना भी बंद कर दिया है.
मोदी ने कहा, मुजफ्फरपुर के एक बड़े स्कूल संचालक सत्य नारायण प्रसाद के अपहरण के ढाई माह बीत चुके हैं, लेकिन उनकी वापसी नहीं हो सकी है. उनके परिजनों से ढाई करोड़ की रंगदारी मांगी गयी है. सीवान में श्रीकांत भारतीय व रौशन की हत्या के बाद सारण में थाना प्रभारी की हत्या की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सीवान में दहशत का वातावरण बन गया है. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सिर्फ भाषण देते हैं, कानून व्यवस्था की समीक्षा नहीं करते. उन्होंने कहा कि पार्टी ने तय किया है कि जिलों में अपराध के शिकार परिवारों से भाजपा विधायक मिलेंगे. मोदी ने कहा, विधानसभा में भाजपा सबसे बड़ा विपक्षी दल है. इसलिए पीएसी अध्यक्ष पर हमारा दावा बनता है. लेकिन, यह पद राजद सदस्य को दिया गया है. इसके विरोध में पार्टी के विधायक विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय के बाहर धरना देंगे.