शिव मंदिर में सात वर्षो से चल रहा है बाइपास थाना
पटना सिटी : श्री संकटमोचन हनुमान जी महाराज खुद संकट में हैं, उन पर पुलिसकर्मियों का पहरा है. ऐसे में आम श्रद्धालु हनुमान जी की पूजा–अर्चना से वंचित हैं. दरअसल मामला यह है कि बाइपास थाना पूरी तरह से मंदिर कैंपस में संचालित होता है. थाना का कार्यालय में ही हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित है.
थाना के कार्यालय परिसर में पुलिसकर्मियों की कुरसी, फाइल, वॉयरलेस सेट और ओडी पदाधिकारी की बैठने की जगह है. हनुमान जी की प्रतिमा जहां पर है वह पूरी तरह से संवेदनशील स्थान है क्योंकि वहीं पर अपराधियों से संबंधित रिकॉर्ड पड़े हैं. मुसीबत आम श्रद्धालुओं को होती है. मंदिर में भगवान शंकर की पूजा– अर्चना तो लोग कर लेते हैं, लेकिन हनुमान जी पूजा करने से कतराते हैं क्योंकि उसी परिसर में वरदीधारी बैठे रहते हैं.
चौक व अगमकुआं थाना क्षेत्रों में बढ़ते अपराध पर नियंत्रण करने के लिए 2006 में बाइपास थाना का सृजन किया गया. उस समय स्थान की कमी के कारण आनन–फानन में महादेव मंदिर परिसर में ही पुलिस पिकेट खुला. बाद में इसे थाना की मान्यता दी गयी. थाना को स्थायी स्थान उपलब्ध कराने के लिए कागजी कार्रवाई हुई, लेकिन मूर्त रूप नहीं ले सकी.
ऐसे में सात वर्षो से थाना मंदिर परिसर में ही चल रहा है. हनुमान जी की आरती –पूजा की जिम्मेदारी पुलिसकर्मियों पर ही है. इतना ही नहीं हनुमान मंदिर के प्रवेश द्वार पर ही गणपति महाराज विराजमान हैं.
इस तरह स्थिति यह है कि थाना भगवान की निगरानी में है. हनुमान मंदिर के बाहर बने गेट को देखने से ऐसा प्रतीक होता है कि कई वर्षो से रंग– रोगन का काम नहीं किया गया है. हालांकि, हनुमान जी की आभा से पुलिसकर्मी अभिभूत हो रहे हैं और आम लोग मन मसोस रहे हैं.
– रमेशमिश्र –