13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बच्चों ने बनाया ‘डॉ राजेंद्र प्रसाद’ – रिवाइज्ड

देशरत्न के समाधि स्थल पर हुईं निबंध और पेंटिंग प्रतियोगिताएंलाइफ रिपोर्टर @ पटना’मैं कलर भूल आया हूं. मुझे लाल रंग दो न प्लीज. बस इसे रंग कर वापस देता हूं.’ डॉ राजेंद्र प्रसाद के समाधि स्थल पर बुधवार को आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता में एक बच्चे ने दूसरे से कुछ इस तरह कलर मांगा. उसने भी […]

देशरत्न के समाधि स्थल पर हुईं निबंध और पेंटिंग प्रतियोगिताएंलाइफ रिपोर्टर @ पटना’मैं कलर भूल आया हूं. मुझे लाल रंग दो न प्लीज. बस इसे रंग कर वापस देता हूं.’ डॉ राजेंद्र प्रसाद के समाधि स्थल पर बुधवार को आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता में एक बच्चे ने दूसरे से कुछ इस तरह कलर मांगा. उसने भी खुशी-खुशी उसकी मदद कर दी. बच्चों ने डॉ राजेंद्र प्रसाद के चित्र बनाये. डॉ राजेन्द्र प्रसाद सामाजिक संस्थान, बिहार प्रदेश के तत्वाधान में प्रथम राष्ट्रप्रति देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद के 130वें जयंती समारोह के अवसर पर पटना के विभिन्न स्कूलों से आये 2782 बच्चों ने निबंध और पेंटिंग और प्रतियोगिता में हिस्सा लिया. इस अवसर पर बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि अपनी मेधा शक्ति की बदौलत ही राजेंद्र प्रसाद को देश के लोग जानने लग गये थे. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने कहा कि तीन दिसंबर को न केवल डॉ राजेंद्र प्रसाद को याद करें, बल्कि उनके व्यक्तित्व को भी अपनाएं.आज के बच्चों को डॉ राजेंद्र प्रसाद के बारे में अवगत कराना ही इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था. पहली से आठवीं तक के बच्चों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया. सभी बच्चे बड़े उत्साहित नजर आये. पहले निबंध प्रतियोगिता आयोजित हुई. उसके बाद पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन हुआ. बड़ी संख्या में स्कूलों के बच्चों ने इसमें हिस्सा लिया.कार्यक्रम क े अधिकारी एवं अध्यक्ष अखिलेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा, यह कार्यक्रम करवाने का उनका मुख्य उद्देश्य बच्चों को हमारे प्रथम राष्ट्रपति के बारे में जागरूक करना था. बच्चे उनकी जीवनी को जाने, इसलिए इसका आयोजन किया गया.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें