पटना : जदयू के संबंध तोडने पर भाजपा का जनता के जनादेश के साथ दगा बताए जाने को केंद्रीय कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तारिक अनवर ने गलत ठहराते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस निर्णय का स्वागत किया है. बिहार प्रदेश राष्ट्रवादी कांग्रेस के विस्तारित कार्यकारिणी की आज संपन्न बैठक के बाद केंद्रीय कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री तारिक अनवर ने जदयू के भाजपा के साथ संबंध तोडने के बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्णय का स्वागत बताया.
जदयू के संबंध तोडने पर भाजपा द्वारा बिहार की जनता के जनादेश के साथ दगा बताए जाने को तारिक ने गलत ठहराते हुए कहा कि सांप्रदायिक शक्तियों का मजबूत होना देशहित में नहीं है और भाजपा से अलग होने का फैसला नीतीश का सही निर्णय है. तारिक ने आने वाले दिनों में बिहार में भाजपा मुक्त राजनीति होने का दावा करते हुए कहा कि भाजपा अब बिहार में दरकिनार हो चुकी और उसका यहां अब कोई भविष्य नहीं है. उन्होंने कहा कि जदयू के भाजपा से अलग होने का निर्णय नीतीश जी ने हालांकि देर से लिया है, उन्हें और भी पहले इस बारे में निर्णय ले लेना चाहिए था क्योंकि अपने को समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष बताने वाले नीतीश कुमार को सांप्रदायिक शक्तियों के साथ नहीं जाना चाहिए था. तारिक ने कहा कि जदयू के भाजपा के संबंध तोड लेने से यह साबित हो गया है कि पिछले 17 सालों से भाजपा के साथ जाने का नीतीश को पश्चाताप है.
नीतीश को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर चुनाव में जाने के बारे में पूछे जाने पर तारिक ने इससे इंकार करते हुए कहा कि हकीकत यह है कि नीतीश के नेतृत्व का लाभ भाजपा ने अधिक उठाया. गुजरात के नरेंद्र मोदी को भाजपा द्वारा प्रधानमंत्री पद उम्मीदवार के तौर पर पेश किए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए तारिक ने कहा कि आज भाजपा को अति पिछडों की याद आ रही, इससे पूर्व क्यों नहीं आयी. उन्होंने कहा कि हकीकत यह है कि नरेंद्र मोदी की जो छवि है वह एक तानाशाह और कट्टरपंथी की है और गुजरात में जिस प्रकार से काम रह रहे हैं उससे यही प्रकट होता है, वह सभी समुदाय को साथ लेकर चलने में विश्वास नहीं रखते. तारिक ने उदाहरण देते हुए गुजरात में हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी ने वहां एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को भाजपा का टिकट नहीं दिया.
राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष नागमणि की अध्यक्षता में आज संपन्न पार्टी के इस विस्तारित कार्यकारिणी की बैठक के दौरान जदयू के भाजपा से अलग होने के बाद उत्पन्न बिहार में बदले राजनीतिक हालात सहित अन्य मुद्दों पर हुई चर्चा का जिक्र करते हुए तारिक ने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में जदयू सहित अन्य दलों के साथ तालमेल को लेकर जल्दबाजी में निर्णय नहीं लेने का हमने फैसला लिया है. तारिक अनवर ने देश में तीसरे विकल्प की संभावना को नकारते हुए कहा कि हम संप्रग के प्रमुख अंग आज हैं और आगे भी रहेंगे. उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि बिहार में सभी धर्मनिरपेक्ष शक्तियां चाहे वह जदयू, राजद सहित अन्य दल सभी एक जुट हों तथा अगले लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार के हित में धर्मनिरपेक्ष दलों से तालमेल को लेकर हम सभी विकल्प को खुला रखेंगे तथा बदलते राजनीतिक माहौल के अनुसार उचित समय पर इस बारे में निर्णय लेंगे.
बिहार में सुशासन लाने की बात करने वाली जदयू एक प्लेटफार्म पर कैसे आएगी, इस बारे में पूछे जाने पर तारिक ने कहा कि सांप्रदायिकता देश की एकता एवं अखंडता के लिए एक बडा मुद्दा है. हम भ्रष्टाचार सहित अन्य मुद्दों के साथ भी लडेंगे पर सांप्रदायिकता को लेकर हम कोई समझौता नहीं कर सकते. उत्तराखंड में आयी त्रसदी को केंद्र द्वारा राष्ट्रीय आपदा घोषित किए जाने के बारे में पूछे जाने पर तारिक ने कहा कि उनकी पार्टी की आज संपन्न बैठक के दौरान उत्तराखंड त्रसदी में हताहत हुए लोगों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की गयी है और उनकी पार्टी इस विपदा को राष्ट्रीय आपदा मानती है. उन्होंने कहा कि वह चाहेंगे कि केंद्र सरकार भी इस त्रसदी को अतिशीघ्र राष्ट्रीय आपदा घोषित करे ताकि वहां राहत और पुनर्वास में तेजी आ सके.