पटना : जदयू ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर ‘नमोनिया’ को लेकर ताना मारने के लिए भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए आज कहा कि वह उस पार्टी से साम्प्रदायिक आधार पर नहीं बल्कि ‘फासीवादी और निरंकुश’ ताकतों के खिलाफ अपने कड़े विरोध के चलते अलग हुई जिनके बढ़ने से साम्प्रदायिक सौहार्द, एकता और देश की अखंडता तथा समाज में शांति प्रतिकूल रुप से प्रभावित होगी.
जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिवानंद तिवारी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जदयू के पास राजग से अलग होने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा था क्योंकि भाजपा द्वारा नरेंद्र मोदी को पार्टी की चुनाव अभियान समिति का प्रमुख और अप्रत्यक्ष तौर पर अपना प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाये जाने के बाद ‘फासीवादी और निरंकुश’ नेता मोदी का भाजपा की शक्ति संरचना में निकट भविष्य में बढ़त को लेकर कोई संदेह नहीं रह गया था.
उन्होंने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री ‘इतने निरंकुश’ हो गए हैं कि उन्होंने गत एक वर्ष से अपने ही मंत्रियों, वरिष्ठ भाजपा और संघ के नेताओं को अपने तक खड़े नहीं होने दिया और उन्हें एक एक करके गुमनामी में ढकेल दिया. तिवारी ने कहा, ‘‘मोदी जिस भाषा का इस्तेमाल करते हैं, यदि वह केंद्र में सत्ता में आये तो भारत पाकिस्तान बन जाएगा. हम उम्मीद करते हैं कि वह नहीं पहुंचेंगे.’’