पटना: जदयू के बागी विधायकों को फिर एक तारीख मिल गयी है. ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, नीरज कुमार सिंह, राहुल शर्मा व रवींद्र राय के मामले पर सोमवार को फाइनल बहस शुरू हुई. इन्हें 27 अगस्त को बहस की अगली तारीख दी गयी है.
वहीं, विधायक अजीत कुमार, पूनम देवी, राजू सिंह व सुरेश चंचल की गवाही नहीं हो सकी. इन चारों की 30 अगस्त को गवाही होगी. सोमवार को सुनवाई के बाद विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कहा कि चार विधायकों के मामले पर बहस हुई. सरकार की ओर से पीके शाही ने बहस की. बहस अभी अधूरी है और 27 अगस्त को उनकी ओर से बहस पूरी करने का समय लिया गया है. वहीं, विधायक पूनम देवी ने कहा कि फिर एक डेट मिला है. सोमवार को चार विधायकों की गवाही होनी थी, लेकिन फाइनल बहस के कारण गवाही के लिए 30 अगस्त की तिथि रख दी गयी.
उन्होंने बताया कि वह कमेटी की टूर में जा रही हैं और निर्धारित तारीख पर मौजूद नहीं रह सकती हैं. इसकी सूचना दे दी गयी है. सोमवार की सुनवाई में आठों बागी विधायकों में से छह ही मौजूद थे. विधायक नीरज कुमार सिंह व रवींद्र राय व्यक्तिगत कारणों से फाइनल बहस के दौरान विधानसभा न्यायालय में मौजूद नहीं थे.
बागियों पर लगे सभी आरोप सही : श्रवण
संसदीय कार्य मंत्री और सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार ने कहा कि बागियों के मामले पर सरकार की ओर से परामर्शी पी. के. शाही ने बहस शुरू की है. बहस में उन्होंने बागियों के अधिवक्ता की ओर लिखित रूप से दिये गये तथ्यों पर सरकार का पक्ष रखा. इसके बाद अब विधानसभा न्यायालय को किसी निर्णय तक पहुंचने के लिए साक्ष्य की जरूरत नहीं होगी. हमने जो आरोप लगाये थे वो स्वीकार किये गये हैं. सिर्फ विधायक अरुण मांझी के आरोप से इनकार किया गया है. अब इस मामले में 27 अगस्त को फिर बहस होगी.