पटना : पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के रिश्तेदारों के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों की सीआइडी जांच पर भाजपा नेता सुशील मोदी द्वारा उठाये गये सवाल पर जदयू ने पलटवार किया है.
जदयू प्रवक्ता व विधान पार्षद संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि तत्कालीन उपमुख्यमंत्री श्री मोदी ने गृह विभाग पर दवाब बना कर रामप्रवेश राय के पुत्रों के खिलाफ दर्ज मामले की सीआइडी जांच का आदेश जारी करवाया. श्री राय के दोनों पुत्र गिरफ्तारी के डर से भागते फिर रहे थे, लेकिन सीआइडी जांच का आदेश जारी होने के बाद दिल्ली में एक केंद्रीय मंत्री के आवास पर रह रहे हैं.
उन्होंने राज्य सरकार से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच और सुशील मोदी का लाइ डिटेक्टर टेस्ट कराने की मांग की. जदयू प्रवक्ता ने कहा कि राय के पुत्र शंभु राय और बंबु राय पर गोपालगंज की नोनिया टोली में अंधाधुंध गोली व बम बरसा कर दो लोगों की हत्या और नौ लोगों को घायल करने मामला दर्ज है. पटना हाइकोर्ट ने भी दोनों की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी.
ऐसे में सुशील मोदी ने गृह विभाग पर दबाव बना कर उनके खिलाफ दर्ज मामले की जांच सीआइडी से कराने का आदेश निर्गत करा लिया.
पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार न तो किसी को फंसाने की राजनीति करते हैं और न ही किसी को बचाने की. यह राजनीति सुशील मोदी करते हैं. रामप्रवेश राय के पुत्रों का मामला किसके आदेश पर सीआइडी को सौंपा गया इसकी जांच होनी चाहिए.