राजधानी आठ घंटे, तो छह घंटे की देरी से पहुंची संपूर्णक्रांति एक्सप्रेस
साउथ बिहार एक्सप्रेस 5:25 घंटे रिशेड्यूल होकर रात्रि 1:10 बजे हुई रवाना
पटना : कुहासे के कहर ने एक्सप्रेस ट्रेनों की स्पीड पर ब्रेक लगा दिया है. इस कारण पटना जंक्शन आने व गुजरने वाली अमूमन एक्सप्रेस ट्रेनें घंटों की देरी से पहुंच रही हैं. गुरुवार को दिल्ली से पटना आने वाली राजधानी एक्सप्रेस 7:40 घंटे की देरी से सुबह पांच बजे के बदले दोपहर 12:40 बजे पहुंची. संपूर्णक्रांति एक्सप्रेस सुबह 6:10 घंटे की देरी से सुबह 6:50 बजे के बदले दोपहर एक बजे पहुंची. वहीं, राजधानी एक्सप्रेस के देरी से पहुंचने की वजह से आधे घंटे की देरी से राजेंद्र नगर से दिल्ली के लिए रवाना की गयी. राजेंद्र नगर से दुर्ग जाने वाली साउथ बिहार एक्सप्रेस को 5:25 घंटे रिशेड्यूल कर रात्रि 1:10 बजेरवाना की गयी. ट्रेनों की लेटलतीफी से हजारों की संख्या में रेल यात्री परेशान होने लगे हैं.
कंपकपी भरी ठंड में परेशान हो रहे यात्री : कुहासे की वजह से सबसे अधिक प्रभावित दिल्ली-पटना-दिल्ली रेलखंड है. खासकर, कानपुर-दिल्ली के बीच में काफी घना कुहासा छाया रहता है, जिससे ट्रेनों की स्पीड काफी कम कर दी जा रही है, ताकि ट्रेनों का सुरक्षित परिचालन सुनिश्चित किया जाये. लेकिन, विलंब परिचालन से यात्री परेशान होने लगे है. इसमें सबसे अधिक खान-पान की समस्या गहरा जाती है. राजधानी एक्सप्रेस में यात्रियों को सुबह का चाय व नाश्ता दिया गया. वहीं, मगध एक्सप्रेस के यात्रियों को खान-पान की ज्यादा समस्या झेलनी पड़ी. वहीं, ट्रेन के रिशेड्यूल होने से पांच घंटों तक यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर यात्रियों को कंपकपी भरी ठंड में ठिठुरने को मजबूर होना पड़ा.
विलंब से पहुंचने वाली ट्रेनें
विक्रमशिला एक्स 7:45 घंटे
राजधानी एक्स 7:40 घंटे
मगध एक्स 7:30 घंटे
संपूर्णक्रांति एक्स 6:10 घंटे
ब्रह्मपुत्रा मेल 6:50 घंटे
मुंबई-आसनसोल एक्स 4:50 घंटे
हबीबगंज-अगरतल्ला एक्स 4:35 घंटे
डिब्रूगढ़ राजधानी एक्स 4:35 घंटे
श्रमजीवी एक्स 2:15 घंटे
कोटा-पटना एक्स 1:45 घंटे
पुणे-दानापुर एक्स 1:15 घंटे
अमृतसर-हावड़ा एक्स 1:15 घंटे
मुंबई-पाटलिपुत्र एक्स 1:05 घंटे
संघमित्रा एक्स 1:05 घंटे
अतिरिक्त रैक के सहारे ससमय रवाना हुई संपूर्णक्रांति एक्सप्रेस
दानापुर रेलमंडल प्रशासन ने दो अतिरिक्त रैक की व्यवस्था की है. इसमें एक रैक पटना-कोटा और दूसरा रैक संपूर्णक्रांति के लिए सुरक्षित रखा गया है, ताकि विलंब होने के बावजूद निर्धारित समय से रवाना की जा सके. गुरुवार को संपूर्णक्रांति एक्सप्रेस एक बजे जंक्शन पहुंची. फिर, संपूर्णक्रांति को ससमय रवाना करना मुश्किल था. अतिरिक्त रैक के सहारे निर्धारित समय से संपूर्णक्रांति एक्सप्रेस दिल्ली के लिए रवाना की गयी.
कोई खुले में नहीं सोये : सचिव
पटना : नगर विकास व आवास विभाग के सचिव आनंद किशोर ने गुरुवार को शहर के सचिवालय गेट नंबर तीन, जीपीओ गोलंबर, गांधी मैदान थाना के सामने, ज्ञान भवन के पास और होटल मौर्या के पास बने अस्थायी आश्रय स्थलों का निरीक्षण किया. इस दौरान निगम के अधिकारी व राज्य स्तरीय कमेटी की सदस्या सुश्री डोरोथी फर्नांडिस आदि मौजूद थे. आश्रय स्थलों में बिजली, पानी, कंबल, चादर और शौचालय आदि की व्यवस्था की गयी है. सचिव के आश्रय स्थलों की व्यवस्था को देख कर कई निर्देश दिये. ठंड से बचाव के लिए तिरपाल आदि लगाने को कहा.
निगम के अधिकारियों ने बताया कि निगम क्षेत्र में तीन स्थायी व 18 जगहों पर अस्थायी आश्रय स्थलों का निर्माण किया गया है. यहां शुल्क नहीं लिया जाता है. सचिव के निर्देश दिया कि राज्य के 141 निकायों में कोई भी बेघर खुले आकाश के नीचे नहीं सोये, इसकी व्यवस्था की जाये. उन्होंने निकायों को अपने-अपने क्षेत्र में कंबल बांटने के निर्देश दिये. गौरतलब है कि शहर के नूतन राजधानी अंचल में सात, पाटलिपुत्रा अंचल में तीन, कंकड़बाग अंचल में चार, बांकीपुर अंचल में दो, पटना सिटी अंचल में एक व अजीमाबाद अंचल में एक आश्रय स्थल का निर्माण किया गया है.
तीन घंटे देर से उड़ीं गो एयर की बेंगलुरु व कोलकाता वाली फ्लाइटें
पटना. धुंध और खराब मौसम का असर गुरुवार को भी हवाई परिचालन पर दिखा. पटना एयरपोर्ट से बेंगलुरू जाने वाली फ्लाइट 378 दोपहर 12.25 की जगह शाम 4.04 में 3.44 घंटे की देरी से उड़ी. गो एयर की कोलकाता वाली फ्लाइट 762 दोपहर 3.20 की जगह शाम 6.54 में 3.34 घंटे देर से उड़ी. इसीतरह इंडिगो की कोलकाता वाली फ्लाइट 7718 शाम 6.55 की जगह 9.15 में 2.20 घंटे देर से उड़ी. जबकि 10 विमान एक घंटा से कम देर से उड़े.
देर से उड़ने वाले विमान
फ्लाइट संख्या मिनट
l AI725 53
l 6E5374 16
l SG324 42
l SG955 24
l SG8752 20
l AI408 31
l AI726 22
l G8516 26
l AI416 40
l UL3618 40
मुजफ्फरपुर : ट्रेन के अंदर या पटरी पर सेल्फी लेते पकड़े गये, तो जाना पड़ेगा जेल
मुजफ्फरपुर : रेलवे क्षेत्र, पटरी या चलती ट्रेन में सेल्फी लेने के चक्कर में हो रही मौतों से चिंतित रेलवे बोर्ड ने कड़ा रुख अपनाते हुए अब ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया है. अब सेल्फी लेते पकड़े जाने पर दो हजार रुपये जुर्माना व छह माह जेल की सजा हो सकती है. इस संबंध में आरपीएफ व जीआरपी को रेलवे बोर्ड की ओर से निर्देश दिया गया है. युवा पीढ़ी इन दिनों रेलवे ट्रैक, ट्रेन के गेट व अन्य जगहों पर टिक टॉक वीडियो बनाकर लाइक के लिए इसे शेयर करती है.
इसमें थोड़ी सी लापरवाही की वजह से जान चली जाती है. इस तरह की घटनाओं से पुलिस प्रशासन भी चिंतित है. रेलवे बोर्ड के डायरेक्टर पी श्रीनिवास ने अपने पत्र में कहा कि ट्रेन या पटरियों पर कितनी मौतें हो चुकी हैं, इसकी रिपोर्ट तैयार करायी गयी थी. इसमें यह बात सामने आयी कि रेल प्रशासन की ओर से जागरूकता अभियान चलाने के बावजूद चलती ट्रेन के अंदर, कोच के दरवाजे पर खड़े होकर, प्लेटफॉर्म के किनारे खड़े होकर या आती हुई ट्रेन के साथ सेल्फी लेने के चक्कर में लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं.
पहले सेल्फी में कार्रवाई का प्रावधान नहीं था, लेकिन अब रेलवे ने जुर्माना वसूलने के साथ-साथ जेल भेजने का प्रावधान किया है. इससे एेसी घटनाओं में कमी आने की संभावना है. पत्र के आलोक में जीआरपी व आरपीएफ ने तैयारी शुरू कर दी है.