20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पटना : इतिहास व भूगोल पढ़ने वाले ही बनेंगे सोशल साइंस के शिक्षक

बीकाॅम वालों को भी मिल सकेगा मौका पटना : प्रारंभिक शिक्षक नियोजन की शुरू होने वाली प्रक्रिया में मिडिल स्कूलों में सामाजिक विज्ञान के शिक्षक वही बन पायेंगे, जिन्होंने स्नातक स्तर पर इतिहास और भूगोल में से किसी एक विषय की पढ़ाई की होगी. शिक्षा विभाग की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक इतिहास, भूगोल, […]

बीकाॅम वालों को भी मिल सकेगा मौका
पटना : प्रारंभिक शिक्षक नियोजन की शुरू होने वाली प्रक्रिया में मिडिल स्कूलों में सामाजिक विज्ञान के शिक्षक वही बन पायेंगे, जिन्होंने स्नातक स्तर पर इतिहास और भूगोल में से किसी एक विषय की पढ़ाई की होगी.
शिक्षा विभाग की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक इतिहास, भूगोल, राजनीतिशास्त्र, दर्शनशास्त्र, अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र में से स्नातक स्तर पर किन्हीं दो विषयों में उत्तीर्ण करने वालों को मिडिल स्कूलों में सामाजिक विज्ञान का शिक्षक बनने का अवसर मिल सकेगा, लेकिन इन दो विषयों में से एक विषय इतिहास या भूगोल होना अनिवार्य है.
गाइडलाइन के मुताबिक बीकाॅम यानी काॅमर्स में स्नातक अावेदकों को भी मिडिल स्कूलों में सामाजिक विज्ञान का शिक्षक बनने का अवसर मिल सकेगा. विभागीय सूत्र बताते हैं कि 2014 में हुए नियोजन में मिडिल स्कूलों में सामाजिक विज्ञान के शिक्षक के लिए स्नातक में इतिहास या भूगोल विषय की अनिवार्यता समाप्त कर दी गयी थी. लेकिन, इस बार नियोजन में इसे अनिवार्य कर दिया गया है.
जानकारों के अनुसार 2012 में बनाये गये नियमावली के अनुसार मिडिल स्कूलों (छह से आठ तक) में शिक्षकों के नियोजन के लिए स्नातक बीए या बीएससी होना अनिवार्य किया गया था.
इन विषयों में होना है नियोजन
गाइडलाइन के मुताबिक मिडिल स्कूलों में विज्ञान विषय के शिक्षक बनने के लिए इंजीनियरिंग की डिग्रीधारी भी आवेदन कर सकते हैं. लेकिन, उनके पास बीएड और बीटीइटी का प्रमाणपत्र भी होना चाहिए.
मिडिल स्कूलों गणित व विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, भाषा, संस्कृत व उर्दू के शिक्षकों का नियोजन होना है. इसके लिए अलग-अलग शैक्षणिक योग्यता रखी गयी है. गणित व विज्ञान शिक्षकों के लिए गणित, भौतिकी व रसायन, बॉटनी व जंतु विज्ञान में स्नातक होना जरूरी है. इसके अलावा बीसीए या इंजीनियरिंग से स्नातक होना चाहिए. भाषा के शिक्षक के लिए स्नातक में सहायक विषय या प्रतिष्ठा के रूप में हिंदी या अंग्रेजी अनिवार्य है. संस्कृत के शिक्षक के लिए संस्कृत में स्नातक या शास्त्री की डिग्री, उर्दू शिक्षक के लिए आलिम की डिग्री या उर्दू भाषा में स्नातक आवश्यक है.
मुजफ्फरपुर : महिलाओं के नहीं रहने पर भी नहीं भरी जायेंगी उनके कोटे की सीटें
मुजफ्फरपुर : प्रारंभिक शिक्षक के नियोजन में 50% सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रहेंगी. महिलाओं के कोटे वाली सीटें किसी दूसरे को नहीं दी जायेंगी. प्रारंभिक शिक्षक नियोजन में यह नियम प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने जारी किया है. प्राथमिक शिक्षक नियोजन के लिए आवेदन 26 अगस्त तक प्राप्त किये जायेंगे. नियमावली में कहा गया है महिला कोटे की सीटों पर अगर महिलाएं नहीं आयेंगी, तो वे सीटें खाली रह जायेंगी.
उन्हें दूसरे वर्ग के अभ्यर्थियों को आवंटित नहीं किया जायेगा. नियोजन इकाई को निर्देश दिया गया है कि वे नियोजित होने वाले शिक्षकों की कोटिवार संख्या का प्रकाशन करें. बीइओ व बीडीओ को निर्देश दिया गया है कि वे तय समय के अंदर नियोजन की सूचना का प्रकाशन करें.
प्राथमिक शिक्षा निदेशक अरविंद वर्मा ने सभी डीपीओ स्थापना से ऐसे नियोजित शिक्षकों की सूची मांगी है, जिन्होंने बीएड करने के बाद छह महीने का संवर्द्धन कोर्स नहीं किया है. उन्होंने पत्र जारी कर कहा है कि ऐसे शिक्षकों के नाम, पदस्थापन वाले स्कूलों के नाम और प्रशिक्षित वेतनमान मिल रहा है या नहीं, इसकी जानकारी तीन अगस्त तक मांगी है. सभी बीइओ से ऐसे शिक्षकों की सूची भेजने का निदेश दे दिया गया है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें