पटना: नगर आयुक्त कुलदीप नारायण ने बुधवार को विभागीय सचिव को पत्र लिख कर मेयर अफजल इमाम द्वारा लगाये आरोप पर प्रतिवेदन दिया है. इसके बाद गुरुवार को मेयर ने विभागीय मंत्री को पत्र लिख कर कहा है कि नगर आयुक्त लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.
नगर आयुक्त ने अपने पत्र में कई झूठ का सहारा लिया है, जबकि स्थायी समिति व निगम बोर्ड में लिये गये निर्णय पर आगे क्या कार्रवाई हुई, इसका जिक्र नहीं किया गया है. आलम यह है कि पिछले एक साल से फाइलों को घुमा रहे हैं, जिसका खामियाजा शहरवासी भुगत रहे हैं.
मेयर ने अपने पत्र में कहा है कि पिछले चार वर्षो में सभी नगर आयुक्तों से अच्छे संबंध रहे हैं. तत्कालीन नगर आयुक्त दिवेश सेहरा से मेरा संबंध खराब नहीं था, बल्कि पूर्व डिप्टी मेयर से विवाद था. स्थायी समिति की बैठक में निर्णय लिया गया था कि दिवेश सेहरा को पदस्थापित किया जाये, इस निर्णय पर जब कार्रवाई नहीं हुई, तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया था. नगर आयुक्त पर गंभीर आरोप लगाते हुए मेयर ने कहा कि नूतन राजधानी अंचल के मुख्य सफाई निरीक्षक किशोरी महतो सेवानिवृत्त हो गये, लेकिन उन्होंने उसे अपनी मरजी से सेवा विस्तार किया. जबकि, सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए हैं और सेवा विस्तार के लिए आवेदन दिया. स्थायी समिति ने नगर आयुक्त के आदेश को निरस्त कर दिया, इसके बावजूद सफाईकर्मी काम कर रहे हैं और सरकारी मोबाइल नंबर भी उपयोग कर रहे हैं.इससे भारी वसूली व तेल घोटाला के संकेत मिल रहे हैं.