पटना: शहरी क्षेत्र में 24 घंटे के अंदर खराब ट्रांसफॉर्मर को बदल कर बिजली आपूर्ति करने का दावा करनेवाला पेसू 36 घंटे में भी आपूर्ति चालू नहीं कर सका. हद तो तब हो गयी, जब नया ट्रांसफॉर्मर लगाने के बाद भी वह लोड नहीं ले सका व दूसरा ट्रांसफॉर्मर लगाने की नौबत आ गयी.
स्टोर से आये ट्रांसफॉर्मर को बिना जांच किये चढ़ा दिया गया था. अलकापुरी में गुरुवार की शाम छह बजे ही ट्रांसफॉर्मर खराब हो गया था. पेसू के संबंधित अधिकारियों से शिकायत किये जाने के बावजूद रात भर लोग अंधेरे में रहे. खराब ट्रांसफॉर्मर को बदलने के लिए रात भर क्रेन खोजा जाता रहा, मगर नहीं मिला. सुबह करीब दस बजे स्टोर से मंगा कर नया ट्रांसफॉर्मर को बिना जांच के चढ़ा दिया गया. उसे तीन-चार घंटे तक नो लोड पर चार्ज भी किया गया. लेकिन, जब लोड करने की बारी आयी तो लो वोल्टेज से लोग परेशान हो गये. स्थानीय नागरिकों ने जब दोबारा इसकी शिकायत की, तो सहायक अभियंता ने दोबारा से ट्रांसफॉर्मर बदले जाने की बात कह कर पल्ला झाड़ लिया. शुक्रवार की देर रात तक ट्रांसफॉर्मर को बदला नहीं जा सका था.
40 घंटे बाद केबल पंर दुरुस्त
बारिश के कारण बुधवार को सिंचाई भवन व विकास भवन सब स्टेशन की क्षतिग्रस्त केबल शुक्रवार की शाम में दुरुस्त हुआ. केबल क्षतिग्रस्त होने से दोनों सब स्टेशन को जक्कनपुर ग्रिड से बिजली मिलनी बंद हो गयी थी. इन सब स्टेशन से विधान सभा, विधान परिषद, सचिवालय, मुख्यमंत्री सचिवालय को बिजली मिलती है. केबल क्षतिग्रस्त होने के कारण विकास भवन को पेसू 8 व सिंचाई भवन को खगौल वन फीडर से बिजली आपूर्ति की जाती थी. केबल क्षतिग्रस्त दुरुस्त होने के बाद बिजली आपूर्ति सामान्य हुई. शुक्रवार को दिन भर एक से दो घंटे पर बिजली कटती रही. खगौल वन व पेसू आठ फीडर से सिंचाई भवन व विकास ीावन को बिजली देने से इन फीडरों से जुड़े एसके पुरी, आनंदपुरी, बोर्ड कॉलोनी, स्टेशन रोड, पटेलनगर आदि मोहल्लों में बिजली का आना-जाना लगा रहा.