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बिहार पुलिस ने किया दावा, 22.23 प्रतिशत घट गये अपराध, नक्सल समस्या में तीसरे से पहुंचा पांचवें स्थान पर
पटना : पुलिस मुख्यालय का दावा है कि राज्य में पिछले साल के अगस्त की तुलना में इस साल अगस्त में आपराधिक वारदातों में 22.23% की गिरावट आयी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा डीजीपी केएस द्विवेदी के साथ कानून-व्यवस्था की समीक्षा करने की चर्चा के बीच सोमवार को पुलिस मुख्यालय में एडीजी एसके सिंघल ने […]
पटना : पुलिस मुख्यालय का दावा है कि राज्य में पिछले साल के अगस्त की तुलना में इस साल अगस्त में आपराधिक वारदातों में 22.23% की गिरावट आयी है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा डीजीपी केएस द्विवेदी के साथ कानून-व्यवस्था की समीक्षा करने की चर्चा के बीच सोमवार को पुलिस मुख्यालय में एडीजी एसके सिंघल ने मीडिया के सामने आपराधिक वारदातों का आंकड़ा, अपराध नियंत्रण के लिए किये गये प्रयास और सफलता का ब्योरा पेश किया. एडीजी एसके सिंघल ने कहा कि अपराधियों को सजा दिलाने में भी पुलिस सफल रही है.
स्पीडी ट्रायल से सजा दिलाने की दर 6.27% बढ़ी है. इस साल जनवरी से जुलाई तक 3630 लोगों को सजा दिलायी गयी. 61,280 गवाही करायी गयीं. एमएसएल के 2826 सैंपल जांचे गये.
अररिया मामले में कार्रवाई का आदेश : अररिया में एक लड़की को नंगा घुमाने की घटना पर पुलिस मुख्यालय ने कठोर कार्रवाई का आदेश दिया है.
सोमवार को एडीजी मुख्यालय एसके सिंघल ने इस घटना को लेकर एसपी अररिया को फोन पर निर्देश भी दिया. सिंघल ने बताया कि दोस्त के पति के परिवार वालों ने दुर्व्यवहार किया है. अभी कोई वीडियो नहीं मिला है. एफआईआर दर्ज कर ली गयी है. जल्दी ही आरोपितों की गिरफ्तारी कर ली जायेगी.
369 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई, 41 की सेवा समाप्त
अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए चला विशेष अभियान सफल रहा. पुलिस ने एक लाख 77 हजार 448 गिरफ्तारियां कीं. अगस्त तक गंभीर कांडों में 14 हजार 945 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया. एडीजी मुख्यालय ने बताया कि डेढ़ साल के अंदर भ्रष्टाचार के मामलों में 369 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गयी. 41 पुलिसकर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गयी.
नक्सल : बिहार अब पांचवें स्थान पर
बिहार अब नक्सल समस्या के मामले में तीसरे स्थान से अब पांचवें स्थान पर पहुंच गया है. एडीजी (मुख्यालय) एसके सिंघल ने कहा कि बिहार में नक्सलियों के खिलाफ लगातार चलाये गये अभियान के फलस्वरूप स्थिति में बहुत सुधार आया है.
उन्होंने बताया कि पूर्व में देश के नक्सलग्रस्त राज्यों में छत्तीसगढ़ और झारखंड के बाद बिहार का नाम आता था, लेकिन स्थिति में बहुत सुधार होने के कारण बिहार का नाम छत्तीसगढ़, झारखंड, ओड़िशा और महाराष्ट्र के बाद अब पांचवें नंबर पर आता है. सिंघल ने बताया कि नक्सली गतिविधियों में कमी आने और स्थिति में हुए सुधार को लेकर भारत सरकार के गृह सचिव से बिहार को प्रशस्तिपत्र भी अगस्त में प्राप्त हुआ है.
उन्होंने बताया कि 2016 और 2017 में बिहार में क्रमश: 100 और 71 नक्सली घटनाएं हुई थीं और 2018 के अगस्त तक सिर्फ 25 नक्सली वारदात हुई हैं. सिंघल ने बताया कि 2016 और 2017 में क्रमश: 468 और 383 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया था, जबकि 2018 में अगस्त तक 262 नक्सली पकड़े गये.
उन्होंने बताया कि पुलिस ने नक्सलियों के पास से एके 47 राइफल के साथ पुलिस से लूटी गयी 10 रेगुलर राइफल बरामद की हैं. सिंघल ने बताया कि वाम उग्रवादियों द्वारा लेवी के तौर पर वसूली गयी राशि में से वर्ष 2016 में 4 लाख 35 हजार 680, वर्ष 2017 में 1 लाख 92 हजार 600 और वर्तमान वर्ष के अगस्त तक 9 लाख 26 हजार 702 रुपये बरामद किये गये हैं.
उन्होंने बताया कि बिहार पुलिस की अनुशंसा पर ईडी ने नक्सलियों द्वारा गलत तरीके से अर्जित की गयी संपत्ति को भी बड़े पैमाने पर कुर्क किया.
ये अपराध बढ़ गये : बिहार में कुछ अपराध बढ़ गये हैं. हत्या की घटनाओं में 1.43% की वृद्धि हुई है. चोरी की घटनाएं 3.16% बढ़ गयी हैं. फिरौती के लिए अपहरण की तुलना की जाये तो जुलाई में दो वारदातें हुई थीं, अगस्त में तीन घटनाएं हुई हैं.
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