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रौनक हत्याकांड : गांधीनगर सीएफएसएल से नार्को समेत पांच तरह की जांच कराने की तैयारी
मुख्य आरोपित समेत चार की होगी तकनीकी जांच पटना : रौनक हत्याकांड मामले में कोर्ट के परमिशन के बाद चार आरोपिताें का नार्को टेस्ट समेत पांच तरह की जांच गुजरात में करायी जायेगी. इसके लिए मुख्य आरोपित विक्रांत उर्फ बिक्की, उसके चचेरे भाई अंकित कुमार, कांट्रेक्टर जयराम और पूर्व विधायक के पुत्र परशुराम पासवान को […]
मुख्य आरोपित समेत चार की होगी तकनीकी जांच
पटना : रौनक हत्याकांड मामले में कोर्ट के परमिशन के बाद चार आरोपिताें का नार्को टेस्ट समेत पांच तरह की जांच गुजरात में करायी जायेगी. इसके लिए मुख्य आरोपित विक्रांत उर्फ बिक्की, उसके चचेरे भाई अंकित कुमार, कांट्रेक्टर जयराम और पूर्व विधायक के पुत्र परशुराम पासवान को गुजरात के गांधी नगर में मौजूद सीएफएसएल में ले जाने की तैयारी है.
पुलिस सूत्रों की मानें तो कोर्ट का परमीशन मिलते ही गांधी नगर सीएफएसएल कार्यालय से जांच के लिए समय मांगा जायेगा. इस जांच को कराने के लिए अगले पंद्रह दिन लग सकते हैं. रिपोर्ट आने पर कोर्ट में समिट किया जायेगा. फिलहाल पुलिस को कोर्ट के आदेश का इंतजार है.
शुरुआती जांच में घिर चुकी है पुलिस : रौनक के अपहरण व हत्या के मामले में शुरुआती जांच में पटना पुलिस घिर चुकी है. पहले विक्की हो ही आरोपित माना गया था. दोबारा जांच में उसका चचेरा भाई अंकित भी दोषी पाया गया. उसने भी मोबाइल फोन से धमकी दी थी और रंगदारी मांगी थी. बाद में अंकित को जेल भेजा गया. इसके बाद आइजी व डीआइजी के निर्देश के बाद अन्य आरोपितों की भी जांच कराने का फैसला किया गया था. अब सच्चाई जानने के लिए पुलिस नार्को टेस्ट कराने की तैयारी में है.
ऐसे होगी जांच
वायस जांच: सबसे पहले सभी आरोपितों की वायस जांच होगी. इस दौरान देखा जायेगा कि पूछताछ के दौरान उनकी नेचुरल वायस और तत्कालिक वायस का मिलान किया जायेगा. अक्सर लाेग झूठ बोलते वक्त लोगों की जबान लड़लखड़ा जाती है. इस जांच के दौरान अगर वायस में फर्क आता है तो आरोपितों के लिए मुश्किलें बढ़ जायेंगी.
दो स्टेज में ब्रेन
टेस्टिंग: लैब में जांच के दौरान सभी आरोपितों की ब्रेन टेस्टिंग की जायेगी. इस टेस्ट से लैब के एक्सपर्ट यह जान पाते हैं कि जिस व्यक्ति की जांच हो रही है वह सही बोल रहा है या नहीं. ब्रेन टेस्टिंग दो स्टेज में होती है. दोनों के अलग-अलग मानक होते हैं और तकनीकी रिपोर्ट के आधार पर सही और झूठ का आकलन किया जाता है.
नार्को टेस्ट: देश के कई आपराधिक मामलों में नार्को टेस्ट को अजमाया गया है. बिहार में पहला मौका होगा जब रौनक हत्याकांड मामले में अगर कोर्ट परमिशन देता है तो यह जांच हो सकेगा. इस टेस्ट के तहत एक इंजेक्शन लगाया जाता है, जिसके कारण जांच-परीक्षण देने वाला व्यक्ति झूठ नहीं बोल पता है.
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