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35 हजार से अधिक छात्रों का एक साल हुआ बर्बाद
संस्कृत शिक्षा बोर्ड अप्रैल में परीक्षा कराने की तैयारी, चार विज्ञापनों के बाद भी नहीं हो सकी है कॉपियों की निविदा पटना : बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड की मध्यमा परीक्षा 2017 नहीं हो पाने के कारण राज्य भर के लगभग 35 हजार छात्रों का एक शैक्षणिक वर्ष बर्बाद हो चुका है. परीक्षा पिछले वर्ष जनवरी-फरवरी […]
संस्कृत शिक्षा बोर्ड
अप्रैल में परीक्षा कराने की तैयारी, चार विज्ञापनों के बाद भी नहीं हो सकी है कॉपियों की निविदा
पटना : बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड की मध्यमा परीक्षा 2017 नहीं हो पाने के कारण राज्य भर के लगभग 35 हजार छात्रों का एक शैक्षणिक वर्ष बर्बाद हो चुका है. परीक्षा पिछले वर्ष जनवरी-फरवरी माह में ही होनी थी. उसके बाद से अब तक विद्यार्थियों को परीक्षा का आश्वासन ही मिलता रहा है.हालांकि बोर्ड की ओर से इस वर्ष अप्रैल माह में परीक्षा का आयोजन करने का निर्णय लिया गया है, लेकिन यह भी अध्यक्ष की नियुक्ति पर निर्भर है. अप्रैल माह से पूर्व अध्यक्ष पद पर नियुक्ति हो जाती है, तो ही परीक्षा संभव है.
बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड में अध्यक्ष पद पर अब तक स्थायी
नियुक्ति नहीं हुई है. पिछले 31 दिसंबर को प्रभारी अध्यक्ष पीएन मिश्रा के सेवानिवृत्त हो गये. उसके बाद से फिलहाल यह पद रिक्त है. बोर्ड सूत्रों
के अनुसार बोर्ड ने भले ही अप्रैल माह में परीक्षा के आयोजन का निर्णय ले लिया है, लेकिन अध्यक्ष की नियुक्ति हुए बगैर परीक्षा संभव नहीं है. इसलिए जल्द ही इस पद पर नियुक्ति होने की उम्मीद है.परीक्षा के लिए अब तक कॉपियों की निविदा नहीं हो सकी है.
दो वर्षों की परीक्षा एक साथ लेने की तैयारी
बोर्ड इस बार दो वर्ष की परीक्षा का एक साथ आयोजन करेगा. परीक्षा में वर्ष 2017 व 2018 के परीक्षार्थी शामिल होंगे. आधिकारिक जानकारी के अनुसार वर्ष 2016 की परीक्षा में 37 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए थे. वर्ष 2017 के परीक्षार्थियों की संख्या भी करीब 35-35 हजार ही है.
हालांकि भरे गये सभी सभी परीक्षा फार्म बोर्ड को प्राप्त होने के बाद ही परीक्षार्थियो की वास्तविक संख्या का आंकलन किया जा सकेगा. लेकिन बोर्ड का मामना है कि पिछली बार की सख्ती के बाद इस बार परीक्षार्थियों की संख्या में कमी भी आ सकती है. क्योंकि पिछले वर्ष प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण 10,888 परीक्षार्थियों की कॉपियों का पुनर्मूल्यांकन कराया गया था, जिसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पायी गयी थी. अंतत: करीब 1200 परीक्षार्थी ही प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हो सके थे.
परीक्षा फाॅर्म भरने की तिथि 20 फरवरी
बोर्ड की अधिसूचना के मुताबिक मध्यमा परीक्षा-2018 के लिए आवेदन फार्म भरने की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है. परीक्षा फार्म भरने की अंतिम तिथि 20 फरवरी है. जबकि विलंब शुल्क के साथ फार्म भरने की तिथि 28 फरवरी बतायी गयी है.
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