शराब पीने का विरोध करना पत्नी को पड़ा महंगा
बिहटा : थाना क्षेत्र के मुसलिम राघोपुर गांव में शराबी पति ने क्रूरता की हद को पार कर दी. बुधवार की अहले सुबह उसने अपनी पत्नी को कमरे में बंद कर मुंह में कपड़ा ठूंस दिया. इसके बाद सिर पर हथौड़े से प्रहार कर उसकी हत्या कर फरार हो गया. घटना की शिकार बनी विवाहिता का कसूर सिर्फ इतना था कि वह अपने पति को हमेशा शराब पीने से मना करती थी व कुछ कमाने और घर के कार्यो में हाथ बंटाने के लिए कहती थी.
घटना की सूचना सुबह में परिजनों को जब मिली, तो उनलोगों ने महिला को उठा कर स्थानीय अस्पताल में भरती कराया. वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बताया जाता है कि मुसलिम राघोपुर निवासी मो सिराज अनवर ने बीते 20 साल पूर्व अपने ही गांव की सोनी उर्फ फरहा बानो से प्रेम विवाह किया था. इसके बाद सोनी ने चार पुत्र इरफान (18 वर्ष), रिजवान (12 वर्ष), इमरान (10 वर्ष), साहिल (आठ वर्ष) व दो पुत्रियों सबरीन (पांच वर्ष) व साहीन (दो वर्ष) को जन्म दिया.
लेकिन सिराज अनवर शराबी था व बिना कुछ कार्य किये ही हमेशा ऐशो-आराम की जिंदगी जीना चाहता था. इसी को लेकर पति-पत्नी के बीच अक्सर तकरार होती थी. इसी क्रम में बीती रात्रि भी दोनों के बीच जोरदार बहस हुई थी. इसके बाद पति ने बुधवार की अहले सुबह पत्नी को कमरे में बंद कर मुंह में कपड़ा ठूंस हथौड़े से सिर पर प्रहार कर उसकी हत्या कर डाली. इस संबंध में मृतका के 18 वर्षीय पुत्र व इंटर के छात्र इरफान ने बताया कि हमारे पिता शराब के आदि थे. वे हमेशा शराब पीने के लिए मेरी मां से पैसे मांगते थे. मां जब इसका विरोध करती थी, तो उसके साथ मारपीट करते थे. बीती रात्रि को भी पापा झगड़ा करने लगे, तो हम चारों भाई पास में स्थित अपनी नानी के घर में जाकर सो गये.
सुबह जब हम सब भाई घर आये, तो देखा कि मम्मी के मुंह में कपड़ा डाला हुआ है और वह खून से लथपथ बेहोशी की अवस्था में बेड पर पड़ी हुई है. वहीं, पास में खून से लथपथ लोहे का हथौड़ा भी पड़ा हुआ है व पापा घर से फरार हैं. वहीं, इरफान ने बिलखते हुए कहा कि पापा कोई काम नहीं करते थे. मम्मी अपने घर में बीड़ी बना कर हमलोगों का भरण-पोषण करती थी. हम चार भाई व दो बहन हैं. कुछ दिनों पूर्व ही मेरे दादा-दादी स्वर्ग सिधार चुके हैं. एक चाचा हैं, जो सऊदी अरब में रहते हैं.
अब हमलोगों का जीवन-बसर कैसे होगा. बच्चों के क्रंदन से हर सांत्वना देनेवाले की आंखें नम हो जा रही थीं. वहीं, पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया. घटनास्थल से पुलिस व एफएसएल की टीम हत्या में प्रयुक्त लोहे का हथौड़े व अन्य साक्ष्य एकत्रित कर मामले की अनुसंधान में जुटी है.13 दिनों पूर्व तीन अप्रैल को बिहटा थाना क्षेत्र के पड़री गांव में ससुराल में रह रहे भोजपुर, कुल्हरिया निवासी मो सिराजुल अंसारी के पुत्र मो नौशाद अंसारी (30 वर्ष) ने भी अहले सुबह अपनी पत्नी सोनो बनो को रूम में बंद कर धारदार हथियार से काटकर हत्या कर डाली थी.
घटना की शिकार बनी विवाहिता का कसूर सिर्फ इतना था कि वह अपने पति के एशो-आराम की खातिर अपने जिगर के टुकड़े पांच वर्षीय पुत्र सलमान पांच हजार में बेचने का विरोध किया था. दो माह पूर्व 20 जनवरी को बिहटा थाना क्षेत्र के ही परेव निवासी पवित्र साव का पुत्र सुबोध प्रसाद साव (25 वर्ष) ने भी अपनी नव विवाहिता पत्नी को घरेलू विवाद में लोहे के बंसुला से काट कर हत्या कर डाली थी.