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BIHAR : जानिए क्‍यों और किससे मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा, ””अपने परिवार पर बोझ मत बनना””

बोले नीतीश : 13 लाख लोगों के खातों में पहुंच चुकी है राहत राशि मधुबनी : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर दोहराया है कि आपदा पीड़ितों (बाढ़ प्रभावितों) का सरकारी खजाने पर पहला हक है. सरकार उन्हें सहायता देने के लिए हर संभव काम कर रही है. प्रदेश में इस बार बाढ़ की विभीषिका ज्यादा […]

बोले नीतीश : 13 लाख लोगों के खातों में पहुंच चुकी है राहत राशि
मधुबनी : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर दोहराया है कि आपदा पीड़ितों (बाढ़ प्रभावितों) का सरकारी खजाने पर पहला हक है. सरकार उन्हें सहायता देने के लिए हर संभव काम कर रही है.
प्रदेश में इस बार बाढ़ की विभीषिका ज्यादा थी, जिससे 38 लाख परिवार प्रभावित हुए हैं, जिनकी मदद के लिए 24 सौ करोड़ रुपये सीधे प्रभावितों के खाते में ट्रांसफर किये जा रहे हैं. अब तक 13 लाख लोगों के खातों में राशि पहुंच चुकी है. अगले सप्ताह भर में सबके खातों में राशि भेजने का लक्ष्य रखा गया है. मुख्यमंत्री मधुबनी के सरिसवपाही गांव में आयाची मिश्र व प्रसव सेविका की मूर्ति के अनावरण के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे.
अयाचीडीह विकास समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उद्घाटनकर्ता के रूप में थे. विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे.
34 मिनट के भाषण की शुरुआत मुख्यमंत्री ने सरिसवपाही गांव के समृद्ध ज्ञान की परंपरा से की. उन्होंने छह सौ साल पुराने उस प्रसंग को फिर से सुनाया और कहा कि उस समय की सोच कितनी बड़ी थी. अयाची मिश्र जी शिक्षक थे. छात्रों को पढ़ाते थे, जिसके एवज में फीस नहीं लेते थे. शर्त होती थी कि जो छात्र शिक्षा ग्रहण करेगा, वह दस और छात्रों को शिक्षा देगा. अगर आज के समय में ऐसा हो, तो समाज में जबरदस्त परिवर्तन आयेगा. उन्होंने कहा कि मैं पहले से इस स्थान के बारे में सुनता रहा हूं, जब अयाचीडीह विकास समिति के लोग मेरे पास आये और उन्होंने यहां आने का न्योता दिया, तो मैं चला आया. मैं भी इस स्थान का दर्शन करना चाहता था. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज अच्छा संयोग है. यहां पर अयाची मिश्र के साथ प्रसव सेविका की मूर्ति का अनावरण हुआ है. अचायी मिश्र का ज्ञान के क्षेत्र में बड़ा योगदान रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भी कितनी अद्भुत जगह है यह. कैसा वातावरण है. मैं यहां आकर खुद को धन्य मानता हूं. गांव के मुखिया ने कुछ मांग रखी है, जिस पर हम तुरंत तो कुछ नहीं कर सकते, लेकिन हम इस पर काम करेंगे. अगर पहले से जानकारी होती, तो हम विभिन्न विभागों से बात करके आते. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले महीने 12 अगस्त के बाद से प्रदेश बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहा है. हम उसी काम में लगे हैं.
बाढ़ प्रभावित लोगों के जीवन से कठिनाई कम हो, सरकार यह प्रयास लगातार कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार की बाढ़ काफी भयावह थी, जिससे प्रदेश के 38 लाख परिवार प्रभावित हुए हैं, जिन्हें राहत पहुंचाने का काम जारी है. अब तक 13 लाख परिवारों के खाते में छह-छह हजार की राशि जा चुकी है. अगले एक सप्ताह में सभी 38 लाख परिवारों को राहत मुहैय्या कराने का लक्ष्य है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके बाद जिनके घर गिरे हैं, उन्हें बनाने में सरकार मदद देगी. साथ ही खेती के नुकसान की भरपाई भी की जायेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब बाढ़ आयी, तब हमने बड़े पैमाने पर काम किया, जिन स्थानों तक पहुंचना संभव नहीं था, वहां हेलीकॉप्टर के जरिये फूड पैकेट गिराये गये. बड़े पैमाने पर भोजशालाएं चलायी गयीं, जिनसे लाखों लोगों को खाना मिला. जब शिविर और भोजशाला बंद की गयी, तो हमने एक सप्ताह तक की जरूरत का सामान बाढ़पीड़ितों को दिया, ताकि उन्हें समस्या नहीं हो. अब पहली किस्त के रूप में छह-छह हजार रुपये दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि 2007 की बाढ़ के समय हमने एक-एक क्विंटल अनाज प्रभावित परिवारों को दिया था.
मिथिला के बिना बिहार का विकास नहीं
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान मिथिला के विकास का विशेष तौर पर जिक्र किया और कहा कि जिस तरह से बिहार के विकास के बिना देश का विकास नहीं होने की बात की जाती है, वैसे ही मिथिला के बिना बिहार का विकास संभव नहीं है. हमारी सरकार का शुरू से यह मत रहा है. हम इस दिशा में लगातार काम कर रहे हैं. न्याय के साथ विकास कैसे हो, यह हमारी सरकार सुनिश्चित कर रही है.
बाढ़ ने तोड़े कई साल के रिकाॅर्ड
पर्यावरण संतुलन बनाये रखें
अपने परिवार पर बोझ मत बनना
सीएम ने अपने भाषण के दौरान साइकिल व पोशाक योजना का जिक्र किया. इससे बच्चों में पढ़ाई के प्रति आये बदलाव का जिक्र किया. साथ ही कहा कि अब हम उच्च शिक्षा में ज्यादा छात्रों को देखना चाहते हैं. इसीलिए स्टूडेंट क्रेिडट कार्ड जैसी योजनाएं चालू की गयी हैं, ताकि छात्र अपने परिवार पर बोझ नहीं बनें. स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के जरिये आर्थिक सहायता प्राप्त कर आप पढ़ाई जारी रख सकते हैं. ज्ञान के इस क्षेत्र में फिर आऊंगा
मुख्यमंत्री ने सरिसवपाही को ज्ञान का क्षेत्र बताया और कहा कि यहां पर मैं फिर आऊंगा. यह मेरा सौभाग्य होगा. उन्होंने कहा कि हमने अचायीडीह विकास समिति के सदस्यों को 15 दिन बाद बुलाया है, तब मैं यहां की मांगों पर विचार करूंगा. संबंधित विभागों के मंत्री के साथ अधिकारी भी वहां होंगे.
इंटरनेट: ज्ञान के लिए करें उपयोग
सीएम ने कहा कि हमने कॉलेजों में फ्री में वाई-फाई सेवा दी है. साथ ही वहां पर इंटरनेट के इस्तेमाल से विभिन्न तरह की पाबंदियां हटा दी हैं, लेकिन मेरा छात्रों से अनुरोध है कि आप इंटरनेट से ज्ञान की बात सीखना. कहीं, बहक मत जाना. गड़बड़ चीज नहीं देखनी है. हां, पढ़ाई के साथ मनोरंजन कर सकते हैं.
बिजली-पानी सही इस्तेमाल करें
सीएम ने पर्यावरण संरक्षण पर विशेष जोर दिया. उन्होंने कहा कि प्रकृति के आगे सब बेबस हैं. इसलिए हम लोगों को पर्यावरण संतुलन बनाये रखने पर विशेष ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगले साल तक हर घर को बिजली मिल जायेगी, लेकिन बिजली की जरूरत हो, तभी इस्तेमाल करें. इसे बर्बाद नहीं करें. ऐसे ही नल लग जाये, तो पानी भी जरूरत के हिसाब से ही यूज करें.

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