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45 लाख लूट मामला : खेतों में काम कर रहे लोगों ने देखा था लुटेरों को, छह हिरासत में
एसआईटी ने की कई इलाकों में छापेमारी, छह हिरासत में पटना/मसौढ़ी : धनरूआ के नीमा में 45 लाख लूट कर अपराधी पोठही से मियांचक, सरैयां गांव होते हुए फतुहा की ओर भाग गये. सरैयां गांव के पास ही पुलिस ने कैश बॉक्स बरामद किया था, जाे फतुहा की ओर जाने की ओर इशारा कर रहा […]
एसआईटी ने की कई इलाकों में छापेमारी, छह हिरासत में
पटना/मसौढ़ी : धनरूआ के नीमा में 45 लाख लूट कर अपराधी पोठही से मियांचक, सरैयां गांव होते हुए फतुहा की ओर भाग गये. सरैयां गांव के पास ही पुलिस ने कैश बॉक्स बरामद किया था, जाे फतुहा की ओर जाने की ओर इशारा कर रहा है. यह बात पुलिस के अनुसंधान में पूरी तरह स्पष्ट हो चुका है. क्योंकि उन रास्तों से जाने की पुष्टि कई ग्रामीणों ने भी पुलिस के समक्ष की है.
वहीं, फतुहा में 2014 में कैश वैन से हुए एक करोड़ की लूट में शामिल अपराधियों पर भी शक जा रहा है. सूत्रों के अनुसार नीमा स्थित घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर उत्तर की ओर जाने के बाद अपराधी पोठही से पहले स्थित कृषि फार्म की ओर गये. कृषि फार्म से आगे एक मंदिर पर बैठे कुछ लोगों ने सभी को देखा था. इसी आधार पर पुलिस कुछ दूर आगे बढ़ी] तो सरैयां गांव के पास बैंक का कैश बॉक्स मिला. सरैयां के भी कुछ ग्रामीणों ने भी उन लोगों को बॉक्स लेकर जाते हुए देखा था.
वहीं, बॉक्स को तोड़ कर रकम निकाल लेने के बाद अपराधी रकम को अलग-अलग हिस्सों में कर वहां से अलग-अलग दिशा में फरार हो गये. बताया जाता है कि सरैयां के बाद गंजपर, मरांची व साहेब नगर की ओर एक रास्ता जाता है. वही सरैयां से उत्तर बृजुबिगहा लखना सड़क है, तो पूरब में वाहिदपुर, छठूचक होते एसएच 1 पटना-गया मुख्य सड़क के मुसनापर में निकलती है.
सभी रास्ता एसएच 1 पर ही जाकर मिलता है. वहां से चंद किलोमीटर की दूरी के बाद फतुहा थाना का क्षेत्र शुरू हो जाता है. जिस कारण अब यह पूरी संभावना जतायी जा रही है कि अपराधी इसी रास्ते से फतुहा क्षेत्र की ओर निकल गये और यह काम इतना फटाफट हुआ कि घेराबंदी करने के बावजूद अपराधी अपना काम कर भागने में सफल रहे.
खेतों में काम कर रहे लोगों ने देखा था लुटेरों को
बैंक प्रबंधक ने मामला दर्ज कराया : 45 लाख रुपये की लूट मामले में अपराधियों को पकड़ने के लिए एसआईटी ने ताबड़तोड़ छापेमारी की और छह लोगों को हिरासत में लिया है.
इन सभी को एसआईटी ने धनरूआ, मसौढ़ी, पुनपुन, पीपरा एवं गौरीचक इलाके में छापेमारी कर उठाया है. साथ ही पुलिस ने बंदूक की खोज के लिए खेतों में भी सर्च अभियान चलाया. हालांकि, बंदूक बरामद नहीं किया जा सका है. इधर, बैंक के प्रबंधक मनोज कुमार ने छह अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है.
इलाहाबाद बैंक
मसौढ़ी : इलाहाबाद बैंक में कुल सात सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और उनकी क्षमता बैंक के बरामदे तक ही कवरेज करने की है. नतीजतन बैंक के बरामदे के बाद की तस्वीर नहीं आ सकती हैं. पुलिस ने कैश लूटकांड के बाद तफ्तीश के लिए जब बुधवार को बैंक के सीसीटीवी को खंगाला, तो बैंक के बरामदे के बाहर की किसी भी गतिविधि का पता नहीं चल पाया.
सभी नॉर्म्स को किया गया था पूरा : जोनल हेड : बीते मंगलवार को मसौढ़ी के इलाहाबाद बैंक से पटना प्रधान कार्यालय रकम ले जाने में बैंक के सभी नॉर्म्स को पूरा किया गया था.
इसकी जानकारी इलाहाबाद बैंक, पटना के जोनल हेड प्रशांत कुमार सिन्हा ने दी. वे बुधवार को मसौढ़ी स्थित इलाहाबाद बैंक आये हुए थे. उन्होंने बताया कि बैंक के पटना जोन में बैंकों की कुल 101 शाखाएं हैं, जबकि रकम लाने-ले जाने के लिए मात्र एक ही वैन है और उसकी हालत भी अच्छी नहीं है. इस कारण निजी वाहन से ही रकम लाने-ले जाने का काम किया जाता है.
हालांकि इसके लिए बैंक के आवश्यक नॉर्म्स का पालन किया जाता है. मंगलवार को भी मसौढ़ी के इलाहाबाद बैंक से पटना प्रधान कार्यालय कैश ले जाने के दौरान इस नॉर्म्स का पालन किया गया था.
इस दौरान कैश की सुरक्षा को लेकर उन्होंने बताया कि स्थानीय थाना का सहयोग नहीं मिल पाने के कारण बैंक के सुरक्षा गार्ड का इसमें सहयोग लिया जाता है. उन्होंने बताया कि पूर्व में भी निजी वाहन व बैंक के सुरक्षा गार्ड के सहारे मसौढ़ी बैंक से सुरक्षित पटना रकम ले जायी गयी थी. बुधवार को घटना के बाद जोनल हेड व प्रशांत कुमार सिन्हा व बैंक के सुरक्षा अधिकारी राहुल देव मसौढ़ी स्थित शाखा में पहुंचे थे .
सीसीटीवी कैमरे की कवरेज बरामदे तक ही सीमित
एसएसपी ने बैंक प्रबंधक व कर्मचारियों से की पूछताछ
एसएसपी मनु महाराज बुधवार को फिर धनरूआ गये और वहां घटनास्थल से लेकर तमाम उन रास्तों की छानबीन की, जिस रास्ते से अपराधी भागे थे.
साथ ही बैंक प्रबंधक मनोज कुमार, मुख्य खजांची रोहित गोविंदम, पीसीडी योगेंद्र विश्वकर्मा व बेलोरो के चालक श्याम कुमार से एसएसपी ने मंगलवार की रात करीब 10 बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक बारी-बारी से पूछताछ की.
इसके बाद बुधवार की सुबह में सभी को पीआर बांड भरने के बाद छोड़ दिया गया. और उन्हें बताया गया है कि जब भी उन्हें बुलाया जायेगा, उन्हें आना पड़ेगा.
इस महीने में छठी बार जा रही थी रकम
मंगलवार को जिस बोलेरो से पटना रकम जा रही थी, उसका चालकश्याम बाबू इसके पूर्व 01 अगस्त को रकम लेकर पटना गया था. बैंक के सहायक प्रबंधक रत्नेश कुमार ने बताया कि अगस्त माह में कुल छह बार रकम लेकर अलग-अलग वाहन पटना गये थे.
कल जिस वाहन के साथ घटना घटित हुई है, वह इसके पूर्व एक अगस्त को पटना गया था. बीच में 4 अगस्त को ओमप्रकाश कुमार, 10 अगस्त को सिकंदर कुमार, 18 अगस्त व 23 अगस्त को मुकेश कुमार अपने-अपने वाहन से रकम लेकर पटना प्रधान कार्यालय गये थे .
घटना के दूसरे दिन सामान्य रहा बैंक का कामकाज
धनरूआ थाना के नीमा के पास मंगलवार को हुई कैश लूट कांड के बाद दूसरे दिन बुधवार को बैंक में कामकाज सामान्य रहा. रोज की भांति आज भी बैंक में ग्राहकों की भीड़ थी और सभी बैंककर्मी अपने-अपने काम में व्यस्त थे. ग्राहकों का बैंक में आना-जाना लगा था.
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