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अधिकारी नहीं तो सीइ को जल पर्षद की जिम्मेवारी

पटना : जलजमाव की समस्या मुहाने पर खड़ी है. नगर आयुक्त ने अगले तीन माह तक सभी छुट्टियां रद्द कर रखी हैं. लगभग 20 लाख से अधिक जनसंख्या की मूलभूत जिम्मेवारी उठाने वाला नगर निगम अतिरिक्त प्रभार वाले अधिकारियों के भरोसे चल रहा है. निगम में कई बड़े पद लंबे समय से खाली चल रहे […]

पटना : जलजमाव की समस्या मुहाने पर खड़ी है. नगर आयुक्त ने अगले तीन माह तक सभी छुट्टियां रद्द कर रखी हैं. लगभग 20 लाख से अधिक जनसंख्या की मूलभूत जिम्मेवारी उठाने वाला नगर निगम अतिरिक्त प्रभार वाले अधिकारियों के भरोसे चल रहा है. निगम में कई बड़े पद लंबे समय से खाली चल रहे हैं. स्थिति तब और गंभीर हो गयी है, जब निगम के अधिकारियों का का तबादला कर दिया गया.
बीते तीन माह में नगर निगम से तीन अधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है, इसके बदले निगम में नये अधिकारियों की नियुक्ति नहीं की गयी है. अब मजबूरन नगर आयुक्त को सफाई, जलापूर्ति से लेकर कई बड़ी योजनाओं के विभागों की जिम्मेवारी निगम के अन्य अधिकारियों को देनी पड़ रही है. ऐसे में जाहिर है कि योजनाओं को पूरा करने में समस्या उत्पन्न हो रही है.
बिहार प्रशासनिक सेवा के मात्र दो अधिकारी : फिलहाल बिहार प्रशासनिक सेवा के मात्र दो अधिकारी बचे हैं. जो अपर नगर आयुक्त स्तर का काम देखते हैं. अपर नगर आयुक्त (राजस्व) उदय कृष्ण को अाधा दर्जन योजनाओं की जिम्मेवारी दी गयी है. कई विभागों के काम दिये गये हैं.
वहीं अपर नगर आयुक्त स्थापना अखिलेश प्रसाद को भी सफाई से लेकर अन्य बड़ी जिम्मेवारियां दी गयी हैं. हालांकि पहले इन अधिकारियों को सीधे जनसुविधाओं से जुड़े कार्याें की जिम्मेवारी नहीं दी गयी थी. दोनों अधिकारी पहले से कई योजनाओं का काम देख रहे थे. फिलहाल तीन अधिकारियों के जाने के बाद उनका काम भी इन्हें दे दिया गया है.
मुख्य अभियंता को जल पर्षद की दी गयी जिम्मेवारी : शहर में जलापूर्ति को लेकर एक अलग शाखा ही है, लेकिन वर्षों से किसी भी अधिकारी को स्वतंत्र रूप से इसकी जिम्मेवारी नहीं मिली है. पहले बांकीपुर अंचल कार्यपालक पदाधिकारी अब्दुल हमीद को इसकी जिम्मेवारी दी गयी थी. फिर अपर नगर आयुक्त संजय दुबे को जिम्मेवारी मिली.
फिलहाल अब प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के अभाव के कारण नगर निगम के मुख्य अभियंता अशोक कुमार को इसकी जिम्मेवारी दी गयी है.
नंद लाल आर्या: नगर निगम में निगरानी पदाधिकारी का काम देखते थे.
विनय कुमार मंडल: शहर की सफाई, राज्य योजना की महत्वपूर्ण जिम्मेवारी थी.
आरती कुमारी: अपर नगर आयुक्त के कनीय प्रभार में, राज्य योजना, इ-म्यूनिसिपैलिटी, स्मार्ट सिटी से लेकर भू-संपदा का काम.
निगम में आधे से अधिक पद हैं रिक्त
नगर निगम में बिहार प्रशासनिक सेवा से लेकर द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के 5874 पद स्वीकृत हैं, लेकिन इनसे से आधे से अधिक पद रिक्त हैं. फिलहाल इन आंकड़ों के अनुसार निगम में 3815 पद खाली हैं. वहीं अपर नगर अायुक्त के चार, उप मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी एक, निगरानी पदाधिकारी, भू-संपदा पदाधिकारी के पद रिक्त हैं.
अपर नगर आयुक्त भी 40 दिन के प्रशिक्षण अवकाश पर : नगर निगम में महत्वपूर्ण जिम्मेवारी के तले काम करनेवाले अपर नगर आयुक्त संजय दुबे भी दो जुलाई से 40 दिनों के प्रशिक्षण अवकाश पर जा रहे हैं. उनके पास भू-संपदा, राज्य योजना, केंद्रीय योजना से लेकर कई अन्य योजनाओं को पूरा करने की जिम्मेवारी थी.

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