नवादा (नगर) : ताड़ी व्यवसाय से जुड़े लोगों को वैकल्पिक रोजगार देने की मांग को लेकर अखिल भारतीय खेत ग्रामीण मजदूर सभा की जिला इकाई द्वारा बुधवार को धरना समाहरणालय के निकट दिया गया. धरने में भाकपा माले नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री जनआंदोलन को दबाना चाह रहे हैं. शराबबंदी के नाम पर ताड़ी से जुड़े व्यवसायियों की आजीविका छीन कर लाखों परिवारों को बेरोजगार कर दिया गया है. उनके झुग्गी झोंपड़ी तोड़े जा रहे है.
गरीबों व दलितों पर किये जा रहे इस अत्याचार के खिलाफ यह धरना किया जा रहा है. धरने में पांच सूत्री मांगों पर चर्चा की गयी. वक्ताओं ने कहा कि ताड़ी से जुड़े व्यवसायियों को वैकल्पिक रोजगार दिया जाये. मुआवजे के रूप में प्रति माह 10 हजार रुपये परिवारों को मिले. ताड़ व खजूर के उत्पादों के विकास व व्यवसाय के लिए सरकार बोर्ड का गठन करें.
इसके विकास के लिए सरकार काम करे. धरना में केंद्र सरकार की नीतियों पर भी आवाज उठायी गयी. मौके पर सुदामा देवी, किशोरी प्रसाद, सावित्री देवी, लटन रविदास, गुलाबी देवी, सरस्वती देवी सहित कई अन्य लोग मौजूद थे.