नवादा : इंदिरा आवास योजना में सरकार चाहे जितनी सख्ती बरत लें, लेकिन बिचौलिया अपना काम निकाल ही लेते हैं. मकान बनाने के लिए गरीबों को मिलने वाली राशि में दलालों की चांदी कटती है. इधर, लाभुक पैसे की कमी के कारण घर का निर्माण पूरा नहीं कर पाते.
इसी तरह के एक मामले में अकबरपुर के अंचल अधिकारी संजय कुमार की माने तो इंदिरा आवास के लाभुक रामचंद्र राजवंशी, अगुन मांझी, मथुरा राम आदि ने विकास मित्र के पति अजय राजवंशी पर पासबुक मांगने का आरोप लगाया है. लाभुकों ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री, मगध प्रमंडल के आयुक्त, डीए व अनुमंडल पदाधिकारी से की है.
इधर, पांती पंचायत में इंदिरा आवास योजना के तहत ग्राम सिरकट्टा, पांती, खैरा, कुहिला के लोगों को इंदिरा आवास दिया गया, लेकिन लाभुकों का आधा मकान तक भी नहीं बन पाया है.
जबकि, 10-10 हजार रुपये बिचौलियों के बीच बंदरबांट हो गयी. लाभुक यशोदा देवी, छोटू राजवंशी, अनिल राजवंशी ने बताया कि उनका इंदिरा आवास स्वीकृत हुआ था, लेकिन अभी तक पासबुक नहीं मिला है. मांगे जाने पर 10 हजार रुपये की मांग होती है. इंदिरा आवास के लिए मिलने वाली राशि कमीशन के रूप में बंदरबांट हो जाती है.