नवादा : भाई–बहन के बीच अटूट प्रेम का प्रतीक रक्षा बंधन जिले भर में उल्लास के साथ मनाया गया. बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र रूपी राखी बांध लंबी उम्र व हमेशा विजयी होने की कामना की.
वही, भाई ने भी बहन की सारे दुख कष्ट व अस्मिता बचाने के लिए हमेशा साथ निभाने का वादा कि या. बहनों ने सुबह होते ही पूजा पाठ के बाद अपने–अपने भाइयों को राखी बांधने का काम किया. इस दौरान आरती उतार कर भाई को तिलक लगा कर राखी बांध उन्हें मिठाई खिलाने का परंपरा निभायी.
रक्षाबंधन पर भाइयों ने भी अपनी बहनों को उपहार देने का काम किया. छोटे–छोटे भाई बहनों में रक्षाबंधन को लेकर उत्साह काफी रहा. चॉकलेट का गिफ्ट व्यापक स्तर पर दिया गया. कई बहनें आंगन में रंगोली बना भाई के माथे पर तिलक लगा और आरती उतार कर हाथ में राखी बांधी.
वही, भाई ने राखी बांधने के एवज में रुपये, कपड़ा व आभूषण भी उपहार स्वरूप दिये. घरों में बहनों ने भाई की कलाई पर प्यार बांधा है. भईया मेरे राखी के बंधन को निभाना जैसे कई राखी गीत दिन भर बजते रहे. गौरतलब हो कि मंगलवार की रात आठ बजे बाद से पूर्णिमा शुरू हो जाने के कारण कई स्थानों पर रात में भी राखी बांधने का दौर शुरू हो गया.
यह कार्यक्रम बुधवार को पूरे दिन भर चला. उधर मंडल कारा में रक्षा बंधन पर बंदियों के बहनों राखी भेजने का काम किया. यह जानकारी देते हुए जेलर रमेश कुमार ने कहा कि राखी भेजने की परंपरा से बंदियों में उत्साह रहा. रक्षाबंधन केवल भाई बहन तक ही सीमित नहीं है. यह परंपरा पंडितों द्वारा भी निभायी जाती है. इस अवसर पर पंडितों द्वारा व्यापारियों के प्रतिष्ठानों सहित अन्य यजमानों को रक्षा सूत्र बांधे जाने का परंपरा भी निभाया गया.