बिहारशरीफ : जिला न्यायालय के पाक्सो स्पेशल एडीएजे 1 शशि भूषण प्रसाद सिंह के कोर्ट में लंबित नाबालिग छात्रा दुष्कर्म कांड में साक्ष्य परीक्षण तेजी से हो रहा है. पीड़िता की जांच के लिए गठित मेडिकल बोर्ड के छह डॉक्टरों में से चौथे डॉक्टर कुमकुम का परीक्षण किया गया. अभियोजन पक्ष से अधिवक्ता जितेन्द्र कुमार, स्पेशल पीपी सोमेश्वर दयाय तथा मो. कैसर इमाम ने परीक्षण किया. तत्पश्चात अधिवक्ता बीरेन कुमार व कमलेश कुमार ने आरोपी राजवल्लभ पक्ष से प्रतिपरीक्षण किया.
जिसके दौरान इन्होंने उपस्थित मामले के ग्यारहवे साक्षी से दुष्कर्म संबंधित कई प्रश्न पूछे. जिनमें मुख्यत: क्या नाबालिग के साथ बयान के अनुसार डेढ़ घंटे तक चली दुष्कर्म की घटना के बाद कोई जख्म था तथा कोई तत्कालिक रेप का प्रभाव नजर आया था. साक्षी के अनुसार कोई इंन्यूरी कहीं नहीं थी. मुझे जांच करने में आधा घंटा का समय लगा था. जबकि दुष्कर्म की शिकार नाबालिग के अंगों में तथा शरीर के अन्य पार्ट पर भी जख्म होना लाजिमी है.