राजगीर : राजगीर प्रखंड को खुले में शौच मुक्त बनाने को लेकर जिलाधिकारी डाॅ त्यागराजन एस एम की अध्यक्षता में राजगीर अतिथि गृह मे बुधवार को एक बैठक का आयोजन किया गया. बैठक मे प्रखंड के सभी मुखिया, जीविका के पदाधिकारी, डीआरडीए के पदाधिकारी सहित अन्य विभाग के पदाधिकारी शामिल थे.
जिलाधिकारी ने कहा कि 15 नवंबर तक राजगीर प्रखंड के सभी पंचायतों को खुले मे पुरी तरह से शौच मुक्त बनाना है. इसको लेकर सभी पंचायतों के मुखिया व पदाधिकारीगण एक टीम वर्क की तरह कार्य करें.उन्होंने उपस्थित जनप्रतिनिधियो से कहा कि आप सभी पर एक बड़ी जिम्मेदारी है. राजगीर प्रखंड को खुले मे शौचमुक्त बनाने के लिए आप ग्रामीणों मे जागरूकता लाये. उन्हें खुले मे शौच करने के बुरे सामाजिक प्रभाव से अवगत कराते हुए खुले मे शौच करने के लिए मना करें.
जिसमे खुले मे शौच करने से पर्यावरण प्रदुषित होनेए कई प्रकार की गंभीर व संक्रामक बीमारियों के फैलने के खतरे के अलावे अन्य अप्रत्यक्ष रुप से होने वाले हानियों से अवगत कराने पर जोर दिया. उन्होंने सभी पंचायतों के मुखिया से कहा कि मार्निंग विजिलेंस कमिटी का गठन करें. और प्रत्येक दिन की सुबह सुबह व्हिसिल बजाते हुए गांव से लगे सड़को पर नजर रखे. उन्होंने सख्त लहजो मे कहा कि जो लोग इसके बाद भी खुले में शौच न करने से बाज आये तो उन पर ग्राम कचहरी के माध्यम से पचास रुपये से लेकर दो सौ पचास रुपये तक का जुर्माना लगायें. वहीं उन्होंने कहा कि अब शौचालय का भुगतान जीविका के माध्यम से किया जाएगा. और इसका नोडल पदाधिकारी पूर्व की तरह ही डी सी एल आर राजगीर बने रहेंगे. बैठक मे प्रखंड के भूई पंचायत मे बी सी की प्रतिनियुक्ति नहीं रहने के कारण कार्य मे आ रही बाधा को ध्यान मे रखते हुए ईस्लामपुर के बी सी को भुई पंचायत मे प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया.इस दौरान जिलाधिकारी ने प्रखंड समन्वयकों को भी एक अभियान की तरह लेते हुए कार्य करने की बात कही. बैठक मे डीडीसी कुंदन कुमार, डीआरडीए निदेशक रवीन्द्र राम, एसडीओ लाल ज्योति नाथ सहदेव, बीडीओ आनंद मोहन सहित अन्य उपस्थित थे.