पुस्तक बनी शोभा की वस्तु
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निरीक्षण में एक शिक्षक छोड़ सभी फरार
पुस्तक बनी शोभा की वस्तु सहायक शिक्षक समेत कई कर्मचारी उपस्थिति बना कर स्कूल से गायब मिले 344 नामांकित बच्चों में महज आठ छात्र-छात्राएं कक्षा में उपस्थित ग्रामीणों की शिकायत एमडीएम के रजिस्टर के साथ अक्सर रहते हैं हेडमास्टर गायब थरथरी: बुधवार को स्थानीय प्रखंड विकास पदाधिकारी रामजी पासवान व प्रखंड कृषि पदाधिकारी महेंद्र कुमार […]
सहायक शिक्षक समेत कई कर्मचारी उपस्थिति बना कर स्कूल से गायब मिले
344 नामांकित बच्चों में महज आठ छात्र-छात्राएं कक्षा में उपस्थित
ग्रामीणों की शिकायत एमडीएम के रजिस्टर के साथ अक्सर रहते हैं हेडमास्टर गायब
थरथरी: बुधवार को स्थानीय प्रखंड विकास पदाधिकारी रामजी पासवान व प्रखंड कृषि पदाधिकारी महेंद्र कुमार मध्य विद्यालय पमारा का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान कुल पदस्थापित शिक्षकों की संख्या आठ में मात्र रीता कुमारी एवं टोला सेवक उषा कुमारी ही उपस्थित थीं. सहायक सुधीर कुमार,प्रेमलता कुमारी एवं रौशन कुमार राय प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए विरमित किये गये हैं. एक शिक्षक अखिलेश दास अाकस्मिक अवकाश पर थे.
हालांकि नंदलाल कुमार सहायक शिक्षक उपस्थित नहीं थे,लेकिन पंजी पर उपस्थिति दर्ज था. इसी तरह रसोइयाें की संख्या चार जिसमें गीता देवी एवं सुनीता देवी उपस्थित थीं. जबकि उर्मिला देवी व जयराम पासवान दोनों अनुपस्थित रहते हुए उपस्थिति पंजी पर उपस्थिति बना हुआ मिला. इससे प्रति होता है कि इस विघालय में शिक्षक से लेकर रसोइया एक दिन पूर्व ही उपस्थिति पंजी पर उपस्थिति दर्ज कर विद्यालय से गायब रहते हैं.
विद्यालय निरीक्षण के क्रम में मध्याह्न भोजन में भी घोर अनियमितता देखा गया. मीनू के अनुसार हरी सब्जी युक्त खिचड़ी बनना था, जो बच्चों को चावल दाल का खिचड़ी बनाया जा रहा था. जिसमें दाल की मात्र बिल्कुल ही कम था. विद्यालय में वर्ग एक से वर्ग आठ तक बच्चों की कुल संख्या 344 में मात्र आठ छात्र-छात्रा उपस्थित मिले. उपस्थित बच्चों ने बताया कि छात्रवृत्ति की राशि आज तक वितरण नहीं किया गया है. यही नहीं विद्यालय में पुस्तक आने के बावजूद आज तक पुस्तक नहीं बंटी. पुस्तक विद्यालय का शोभा का वस्तु बना हुआ है, जब कि पढ़ाई का सत्र भी आधा निकल चुका है. बीडीओ ने बताया कि मौके पर उपस्थित ग्रामीणों ने बताया कि प्रधानाध्यापक अधिकांश दिन आते ही नहीं है
और मध्याह्न भोजन रजिस्टर अपने पास रखते हैं, ताकि कोई पदाधिकारी आये तो मेरा असंलित पता नहीं चल पाये. पदाधिकारियों द्वारा इस बिंदु पर कितना अमल कर पाते हैं. हालांकि प्रभारी प्रधानाध्यापक मुन्ना कुमार इसके पूर्व इस तरह के जांच झेल चुके हैं. इसके पूर्व भी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मध्याह्न भोजन में जांचोपरांत भारी कमियां मिलने पर अठाइस हजार रिकवरी का आदेश दिया था. फिर भी स्कूल का कार्यशैली में सुधार नहीं हुआ.
हालांकि यह निरीक्षण डीएम के आदेश पर किया गया.
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