बिहारशरीफ : हरनौत प्रखंड के हसनपुर गांव निवासी इंद्रजीत की पत्नी को मुखिया बनाने की ख्वाहिश तो पूरी हो गयी, मगर यह इच्छा उनके लिए भारी पड़ गयी. इंद्रजीत की पत्नी पूनम देवी तो मुखिया का चुनाव जीत गयी, मगर उनके विरोधियों को उनकी यह खुशी नहीं देखी गयी और शपथ लेने के पूर्व ही दिन-दहाड़े गोली मार कर मुखिया की हत्या कर दी. इंद्रजीत सिंह के लिए सबसे दुख की बात यह है कि उन्हें कोई बाल-बच्चा नहीं है
और अब पत्नी का भी साथ छूट गया. इंद्रजीत अब पूरी तरह अकेले हो गये. उन्हें अपनी पत्नी को मुखिया बनाने के निर्णय पर ही दुख हो रहा है. उन्हें कभी भी इस बात का अंदेशा नहीं था कि इस तरह के कांड से रू-ब-रू होना पड़ेगा. इधर, नवनिर्वाचित मुखिया की मौत के बाद कोलावां पंचायत के लेागों में इस बात की चर्चा आम है कि अब पंचायत का क्या होगा. चुनाव होंगे अथवा कोई उपमुखिया निर्वाचित होकर ही पंचायत की देखभाल करेगा.
अभी इस संबंध में कोई प्रशासनिक पदाधिकारी भी कुछ नहीं बता पा रहे हैं. उनका कहना है कि चुनाव आयोग को इसकी जानकारी दे दी गयी है. चुनाव आयोग के निर्देश के बाद ही आगे की कार्रवाई की जायेगी. घटना के बाद कोलावां पंचायत के अलावा आसपास के जीते-हारे प्रत्याशियों में भय का माहौल कायम है. सभी लोग घटना के बाद से सहमे हैं.