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सिमरिया के कण-कण में दिनकर

बीहट : राष्ट्रकवि दिनकर स्मृति विकास समिति सिमरिया के तत्वावधान में आयोजित 111वां दिनकर जयंती समारोह के दूसरे दिन का कार्यक्रम 17 सितंबर को मध्य विद्यालय सिमरिया में संपन्न हुआ. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अपनी बात रखते हुए जनकवि दीनानाथ सुमित्र ने कहा कि दिनकर हिंदी कविता के सर्वोच्च शिखर हैं. उनकी रचनाएं हमारे […]

बीहट : राष्ट्रकवि दिनकर स्मृति विकास समिति सिमरिया के तत्वावधान में आयोजित 111वां दिनकर जयंती समारोह के दूसरे दिन का कार्यक्रम 17 सितंबर को मध्य विद्यालय सिमरिया में संपन्न हुआ. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अपनी बात रखते हुए जनकवि दीनानाथ सुमित्र ने कहा कि दिनकर हिंदी कविता के सर्वोच्च शिखर हैं. उनकी रचनाएं हमारे अंदर यह विवेक और ताकत पैदा करता है कि हम हर तरह के अन्याय और जुल्म के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर सकें.

मौके पर मौजूद चकिया थाना के प्रभारी राकेश कुमार गुप्ता ने कहा कि सिमरिया के कण-कण में दिनकर समाहित हैं. कवियों की आकाश गंगा में बहुत से नक्षत्र आयेंगे-जायेंगे लेकिन दिनकर सदा अपनी जगह कायम रहेंगे. बच्चों से आह्वान करते हुए इन्होंने कहा कि दिनकर के जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ो.
वहीं समारोह के तीसरे दिन का आयोजन अद्यतन दिनकर पब्लिक स्कूल सिमरिया में प्रसिद्ध साहित्यकार सच्चिदानंद पाठक की उपस्थिति में संपन्न हुआ. इस अवसर पर श्री पाठक ने दिनकर को कालजयी रचनाकार बताया. उन्होंने यह भी कहा कि दिनकर जी के साहित्य में न केवल समाज के संकट की झलक मिलती है बल्कि उसके समाधान के रास्ते भी हैं.
कार्यक्रम की अध्यक्षता दिनकर पुस्तकालय के अध्यक्ष विश्वंभर सिंह ने और संचालन अमर कुमार, देवकांत पोद्दार एवं राकेश कुमार ने संयुक्त रूप से किया. मौके पर दिनकर स्मृति विकास समिति के अध्यक्ष संत कुमार,उमेश्वर प्रसाद सिंह, प्रियवर्त कुमार, अमरदीप सुमन, प्रदीप कुमार, मनीष कुमार, लक्ष्मणदेव कुमार, शत्रुघ्न राय, रामनाथ सिंह, बद्री राय, प्रवीण प्रियदर्शी, दीनबंधु कुमार, मोतीलाल रजक, रामअनुज राय, जितेंद्र झा, घनश्याम झा समेत अन्य ग्रामीण उपस्थित थे.

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