मुजफ्फरपुर.बीआरएबीयू से उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं काे अब डिजिटल डिग्री दी जायेगी. विवि ने डिजी लाॅकर की सुविधा की तैयारी पूरी कर ली है. शुक्रवार काे डिजी लाॅकर का उद्घाटन हाेगा. अभी सत्र 2020 तक उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं काे डिजिटल डिग्री मिलेगी. सत्र 2021 से 2023 तक तीन सत्र में उत्तीर्ण छात्रों काे राजभवन से कंवाेकेशन का डीम्ड डेट मिलने के बाद डिग्री मिलेगी. परीक्षा विभाग हर साल 90 हजार से एक लाख तक डिग्री डिजी लाॅकर में अपलाेड करेगा. इस व्यवस्था से छात्र-छात्राओं काे डिजी लाॅकर में डिग्री मिलने के बाद काफी सहूलियत हाेगी. अधिकारियाें ने बताया कि केंद्र सरकार से प्रमाणित प्लेटफाॅर्म है, जिसके कारण किसी तरह की दिक्कत भी नहीं हाेगी. कहीं नाैकरी लगने पर वेरिफिकेशन बड़ी समस्या हाेती है. कंपनी या विभाग की ओर से विश्वविद्यालय काे पत्र भेजकर वेरिफिकेशन करना पड़ता है. कई बार विवि के स्तर पर विलंब हाेने पर अभ्यर्थियाें काे भी चक्कर लगाना पड़ता है. डिजिटल डिग्री मिलने के बाद समय की भी बचत हाेगी. इसमें दूसरे संस्थान में नामांकन या नाैकरी के दाैरान ऑनलाइन वेरिफिकेशन हो सकेगा. छात्र-छात्राओं काे अपने पास केवल यूजर आइडी रखना हाेगा. डिजी लॉकर सेंट्रल गवर्नमेंट का प्लेटफॉर्म डिजी लाॅकर सेंट्रल गवर्नमेंट का प्लेटफाॅर्म है, बीआरएबीयू ने हाल ही में डिजी लाॅकर का रजिस्ट्रेशन कराया. वेरिफिकेशन के बाद इसे फंक्शनल किया जा रहा है. खास बात यह हाेगी कि डिजी लाॅकर में जाे डिग्री रहेगी, उस पर अभ्यर्थी की जन्मतिथि भी अंकित हाेगी. विश्वविद्यालय से जारी हाेने वाली डिग्री पर जन्म तिथि नहीं रहती है. ऐसे में डिजी लाॅकर के लिये उसे अपडेट किया जा रहा है. इसके अलावा अलग-अलग काेर्स के लिये डिग्री का फाॅर्मेट भी अलग है. बता दें कि इस प्लेटफॉर्म पर सभी विश्वविद्यालयाें काे अपना रजिस्ट्रेशन कराना है.
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