मुजफ्फरपुर : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में सोमवार को जैव विविधता पर संवाद का आयोजन किया गया. उर्मिला बहन ने कहा कि जब भारत सोने की चिड़िया थी, तब संपूर्ण प्रकृति सुंदर थी, क्योंकि मानव की विचारधारा में प्रेम, अहिंसा, दया, सदभवरूपी गुण समाहित थे. मनुष्य के मन की वृत्ति का प्रभाव वातावरण पर पड़ता है. पेड़-पौधे, जीव-जंतु उसी भाव से भरे थे. शेर व गाय एक ही घाट पर पानी पीते थे. हिंसक भावना तब जागृत हुई, जब मानव की विचारधारा हिंसा, स्वार्थ आदि दुर्गुणों के वशीभूत हो गयी. मानव परिवर्तन से प्रकृति परिवर्तन के उद्देश्य को सार्थक बना कर हम फिर से भारत को स्वर्णिम भारत बना सकते हैं.
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प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विवि में संवाद का आयोजन, वक्ताओं ने रखे अपने विचार
मुजफ्फरपुर : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में सोमवार को जैव विविधता पर संवाद का आयोजन किया गया. उर्मिला बहन ने कहा कि जब भारत सोने की चिड़िया थी, तब संपूर्ण प्रकृति सुंदर थी, क्योंकि मानव की विचारधारा में प्रेम, अहिंसा, दया, सदभवरूपी गुण समाहित थे. मनुष्य के मन की वृत्ति का प्रभाव वातावरण पर पड़ता […]
डॉ एचएन भारद्वाज ने कहा कि प्रकृति ने विविधता प्रदान की है, यही इसकी सुंदरता है. मानवीय भूल के कारण जलवायु परिवर्तन परलक्षित हो रहा है व बहुत से जीव विलुप्त हो रहे हैं. डॉ रामजनम ठाकुर ने कहा कि जितने जीव हैं, उनके जीवन से ही मानव जीवन है. समुद्री जल के अम्लीय होने के कारण बहुत से जीव विलुप्त हो गये. हम प्रकृति का संरक्षण नहीं कर अपना विनाश कर रहे हैं. कार्यक्रम का विषय प्रवेश एचएल गुप्ता ने कराया. संचालन डॉ संजय पंकज व धन्यवाद ज्ञापन सीनियर सिटीजंस कौंसिल के अध्यक्ष रामनाथ प्रसाद ने किया.
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