मुजफ्फरपुर : नगर निगम चुनाव में अपने पक्ष के प्रत्याशियों को विजय दिलाने के लिए शहर के किंग मेकर ने सुपर कंट्रोल रूम बना रखा था. सुबह से ही फाेन कर प्रत्येक वार्ड के समर्थित प्रत्याशियों के जीत के वोट प्रतिशत का आंकड़ा जुटाने में लगे थे. अलग-अलग मोहल्लों से वोटरों को बूथ पर पहुंचाने की जिम्मेवारी भी तय कर रहे थे. पूरे दिन अपने कंट्रोल रूम से बारी-बारी से प्रत्येक समर्थित प्रत्याशियों से स्थिति पूछ रहे थे. उनके पास शहर में तैनात मजिस्ट्रेट, पुलिस अफसर सहित चुनाव मेें लगे तमाम लोगों के नंबर मौजूद थे.
अगर किसी बूथ पर गड़बड़ी या विपक्षी प्रत्याशियों की ओर वोट गिरने की सूचना मिल रही थी, तो डयूटी में तैनात दंडाधिकारियों व प्रशासनिक अधिकारियों के मोबाइल पर किंग मेकर फोन कर संबंधित बूथ पर पहुंचने का निर्देश दे रहे थे. उनके लगातार फोन आने के बाद कई अधिकारियों ने अपने फोन को फ्लाइट मोड में कर लिया, जबकि कई उनके कहने पर बूथों पर जाकर मतदान का जायजा भी ले रहे थे. अघोरिया बाजार इलाके में एक प्रत्याशी के घर पर रोड़ेबाजी की घटना को इसी कड़ी से जोड़ कर देखा जा रहा है.
वहां पर एक प्रत्याशी के पक्ष में दोपहर तीन बजे के बाद वोटर जुटने लगे. विपक्षी प्रत्याशी की स्थिति ठीक नहीं होने पर कई अधिकारियों को मौके पर भेज दिया गया था. मारपीट व रोड़ेबाजी की घटना के बाद आधे घंटे तक अफरातफरी मच गयी. इधर, बताया जाता है कि सुबह से देर शाम तक सौ से अधिक फोन किंगमेकर के कंट्रोल रूम से अधिकारियों को की गयी. देर शाम फीडबैक लेने के बाद अब उनकी नजरें निगम सरकार बनाने में लगी है.