Advertisement
पांच बीघे का काश्तकार खा रहा ठोकरें
मुजफ्फरपुर : हथौड़ी थाना क्षेत्र में बलुआहां के रहनेवाले भोनू साह वक्त साह वक्त के मारे हैं. बिना बीमारी ही उन्होंने एसकेएमसीएच को अपने रहने की जगह बना लिया है. इसकी वजह भोनू साह के अपनों की बेरुखी है. साल भर पहले पत्नी की बीमारी से मौत हुई, तो पांच बीघे के काश्तकार भोनू की […]
मुजफ्फरपुर : हथौड़ी थाना क्षेत्र में बलुआहां के रहनेवाले भोनू साह वक्त साह वक्त के मारे हैं. बिना बीमारी ही उन्होंने एसकेएमसीएच को अपने रहने की जगह बना लिया है. इसकी वजह भोनू साह के अपनों की बेरुखी है. साल भर पहले पत्नी की बीमारी से मौत हुई, तो पांच बीघे के काश्तकार भोनू की परेशानियां शुरू हो गयीं. उसे घर पर बेटों ने प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. हाल ये हुआ कि खाना मांगने पर भी उसे पीटा जाने लगा, तो भोनू ने घर छोड़ने का फैसला कर लिया.
घर छोड़ने के बाद भोनू साह एसकेएमसीएच में आ गया. यहीं पर मरीजों व उनके परिजनों से मिलनेवाले खाने के सहारे अपनी जिंदगी चलाने लगा. पैसे नहीं होने की वजह से भोनू की दादी व बाल बढ़ गये हैं. वह मैले-कुचैले कपड़े पहन कर मेडिकल में इधर-उधर घूमता दिखता है, तो कुछ लोग उसे रोगी मान लेते हैं. कई लोग भिखारी समझने लगते हैं, लेकिन भोनू कहता है कि मुझे किसी तरह की बीमारी नहीं है और न ही मैं भिखारी हूं, लेकिन वक्त का मारा हूं.
मुझे मेरे अपने ही परेशानी दी है, जिसकी वजह से ऐसे जिंदगी जीनी पड़ रही है. पुराने दिनों की याद करते हुए भोनू कहते हैं कि अभी जमीन हमारे नाम ही है, जिसकी कीमत लाखों में है. पहले हम इसी जमीन से अपने साथ पूरे परिवार के लिए अन्न उपजा लेते थे, लेकिन अब अस्पताल में भर्ती मरीजों व उनके परिजनों के रहमो-करम पर रहना पड़ता है, जिस दिन किसी की निगाह नहीं पड़ती है, मुझे भूखे ही सोना पड़ता है.
हालांकि महीनों से रहने की वजह से मेडिकल में रहनेवाले कई लोग भोनू को पहचानने लगे हैं, जो उसकी जानकारी भी लेते हैं. भोनू को इस बात की उम्मीद है कि आनेवाले दिनों में बेटों का मन बदलेगा और वो उसे अपनायेंगे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement