मुजफ्फरपुर: चक्कर चौक से प्रभात तारा स्कूल डीआइजी व कमिश्नर के आवास की ओर जाने वाली सड़क का निर्माण पिछले माह विधायक कोष की राशि से स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन ने कराया था.
लगभग 11 सौ फिट लंबाई में बनी इस सड़क के निर्माण में करीब 12 लाख रुपये खर्च आया. इस पीसीसी सड़क का निर्माण इतना घटिया कराया गया कि कार्य पूरा होने के एक सप्ताह के अंदर ही बड़े-बड़े गड्ढे बनने लगे. सड़क की ऊंचाई तो बढ़ा दी गयी, लेकिन सड़क के दोनों ओर फ्लैंक नहीं बनाया गया, जो खतरनाक बना हुआ है. सड़क की ढलाई के बाद से ही गिट्टी उखड़ने लगी. सड़क बिल्कुल क्षतिग्रस्त हो गयी.
इस सड़क से प्रमंडल के सबसे वरीय अधिकारी कमिश्नर रोज अपने आवास से कार्यालय आते-जाते हैं. डीआइजी का आवास जाने का रास्ता भी इसी मार्ग से है. मगर इन बड़े अधिकारियों का ध्यान इस घटिया निर्माण की ओर नहीं गया. नगर विधायक सुरेश शर्मा की मानें तो एस्टिमेट से दो फिट कम चौड़ी सड़क ढाल दी गयी. जब उन्होंने आपत्ति व्यक्त की तो दोबारा बगल से दो फिट सड़क को फिर ढाला गया. इस जोड़ की वजह से सड़क और कमजोर हो गयी.
15 दिन में ही बदली सूरत
मानक के अनुसार, पीसीसी सड़क की अवधि 15 से 20 साल की होती है. इसके अनुकूल ही उसका एस्टिमेट तैयार कर निर्माण किया जाता है. लेकिन यह सड़क 15 साल की जगह 15 दिन भी नहीं चल सकी और टूट गयी