फिर चार गांवों के लोगों ने जमा होकर छात्रों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. दोनों ओर से रोड़ेबाजी होने लगी. इस बीच कई थानों की पुलिस भी पहुंची. इसके बाद उपद्रव कर रहे छात्रों को खदेड़ा गया.
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जल रहा था एंबुलेंस, देखती रही पुलिस
मुजफ्फरपुर : एसकेएमसीएच परिसर में तीन एंबुलेंस हंगामा कर रहे लोगों ने जला दी. मौके पर पुिलस थी, लेिकन चुपचाप देखती रही. इतनी हिम्मत नहीं जुटा पा रही थी िक वह जाकर एमबीबीएस छात्रों को खदेड़े. करीब डेढ़ सौ की संख्या में छात्र हाथों में लाठी लिये सड़क पर उपद्रव मचा रहे थे. उनरे सामने […]
मुजफ्फरपुर : एसकेएमसीएच परिसर में तीन एंबुलेंस हंगामा कर रहे लोगों ने जला दी. मौके पर पुिलस थी, लेिकन चुपचाप देखती रही. इतनी हिम्मत नहीं जुटा पा रही थी िक वह जाकर एमबीबीएस छात्रों को खदेड़े. करीब डेढ़ सौ की संख्या में छात्र हाथों में लाठी लिये सड़क पर उपद्रव मचा रहे थे. उनरे सामने पुिलसवालों की संख्या कम थी. इस वजह से वह आगे बढ़ने का साहस नहीं जुटा पा रही थी.
छात्रों को भी पता था कि उन्हें पुलिस कुछ नहीं कर सकती. एक-एक कर छात्रों ने तीन निजी एंबुलेंस को आग के हवाले कर दिया. पुिलस के साथ स्थानीय लोग भी मेिडकल छात्रों का तांडव देख रहे थे. कुछ देर में स्थानीय लोग संगिठत हुये, तो आगे बढ़े, लेिकन तब तक छात्रों ने मरीजों व राहगीरों को पीटना शुरू कर दिया तो स्स्थानीय लोग आक्रोशित हो गये.
हंगामे के कारण एसकेएमसीएच के करीब एक किमी के दायरे में सभी होटल व किराना के दुकानें बंद रहीं. जिन मरीजों के परिजन बाहर से चावल-दाल खरीद कर खाना बनाते थे, उनका चूल्हा नहीं जला. परिजनों व मरीजों को बिस्कुट व चाय तक नहीं मिली. परिजन वार्ड से निकलते, लेकिन बाहर मारपीट का नजारा देख लौट जाते. एसकेमसीएच परिसर में लगे चाय के स्टॉल भी बंद कर दिये गये थे. यह स्थिति शाम चार बजे तक रही. पांच बजे तक यहां कुछ दुकानें खुली, लेकिन वह भी एक घंटे में बंद हो गयी.
बोचहां विधायक ने की घटना की निंदा, कहा अनदेखी से बढ़ी अराजकता
बोचहां विधायक बेबी कुमारी ने एसकेएमसीएच में हुई घटना की निंदा करते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने कहा िक एसकेएमसीएच अधीक्षक व प्रबधंक की विफलता की वजह से ऐसी वारदात हुई है. अगर प्रशासन इस मामले में सचेत होता, तो इतनी बड़ी वारदात नहीं होती. कहा कि इस मामले में जिला प्रशासन को जनता को समझाना चाहिए. लेकिन प्रशासन की ओर से एेसा नहीं किया गया. यही कारण है कि जिले में आराजकता बढ़ती जा रही है. मांग की है कि इस मामले की जांच उच्चस्तरीय अधिकारियों से कराया जाए. साथ ही दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए.
हड़ताल के लिए एकजुट हो रहे डॉक्टर
एसकेएमसीएच में हुए हंगामे के बाद अब डॉक्टर हड़ताल की योजना बनाने लगे हैं. हालांकि एसकेएमसीएच के डॉक्टरों ने इससे इनकार किया है. अस्पताल अधीक्षक डॉ सुनील शाही ने कहा कि आइएमए के अध्यक्ष डॉ ब्रजमोहन ने फोन कर कहा कि यह बहुत गंभीर घटना है, हमलोगों को बिहार स्तर पर हड़ताल करना चाहिए, लेकिन हमलोग इसके पक्ष में नहीं हैं. उन्होंने कहा कि एसकेएमसीएच में इमरजेंसी सेवा चालू रहेगी, ओपीडी खोले जाने के बारे में शनिवार को निर्णय लिया जायेगा. इस बाबत जब आइएमए के अध्यक्ष डॉ ब्रजमोहन से रात नौ बजे बात करने की कोशिश की गयी, लेकिन मोबाइल बंद था.
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