मुजफ्फरपुर : कोयला व पानी के अभाव में बंद कांटी थर्मल के यूनिटों से जरूरत के अनुसार बिजली की आपूर्ति नहीं हुई. बिजली में भारी कटौती से उत्तर बिहार में बिजली संकट गहरा गया है. मंगलवार की देर रात आधे घटे तक पूरे उत्तर बिहार में ब्लैक आउट रहा. 10.55 बजे से लेकर 11.25 बजे तक शहर से लेकर गांव तक अंधेरे में डूब रहा. मुजफ्फरपुर जिले को मंगलवार को सुबह से रात तक मात्र 70-80 मेगावाट ही बिजली मिली, जबकि, आवश्यकता 190-200 मेगावाट की है.
बिजली-पानी की संकट के कारण लोगों का जीना मुश्किल है. जेनेरेटर जिनके पास है, वे लोग, तो बिजली कटने पर जेनेरेटर से अपना काम चलाया. लेकिन आम लोग बिजली के आने-जाने से परेशान रहे. इस समस्या से ग्रिड, एनबीपीडीसीएल व एस्सेल कंपनी के कर्मचारी भी अछूते नहीं रहे. अधिक खपत के बीच कम बिजली आवंटन होने से बार-बार ग्रिड व पावर सब स्टेशन में ओवर लोड की समस्या हो जा रही है. गरमी से परेशान उपभोक्ता मंगलवार को एस्सेल के कंट्रोल रूम से लेकर ग्रिड में फोन करते रहे. फोन की बजती रही,
तब ग्रिड व बिजली कंपनी के कर्मियों ने फोन उठाना भी बंद कर दिया. एस्सेल व नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी का हेल्प लाइन नंबर पर फ्यूज उड़ने, ट्रांसफॉर्मर या फिर लोकल फॉल्ट के बारे में लगातार जानकारी लेते रहे.