मुशहरी : जानलेवा हमला के मामले में मुशहरी बीडीओ जफरुद्दीन ने निर्दोष लोगों को नामजद कर दिया है. कतिपय नेताओं के इशारे पर वे ऐसा कर रहे हैं. एसएसपी से शनिवार को मिले मणिका हरिकेश गांव के लोगों के प्रतिनिधिमंडल ने यह आरोप लगाया. एसएसपी को ज्ञापन सौंपकर कहा कि सड़क हादसे में मारे गये युवक घटनास्थल से पांच-छह किमी दूर है. घटना के विरोध में सड़क जाम करने वाले एक नेता का नाम प्राथमिकी में नहीं है. पुलिस ने वहां मौजूद मुखिया प्रमोद रजक व जिला पार्षद रूदल राम का बयान तक लेना उचित नहीं समझा. प्रतिनिधिमंडल ने एसएसपी से आग्रह किया कि वे स्वयं घटना का पर्यवेक्षण करें.
प्राथमिकी में जिन 17 लोगों का नाम है, उसमें क्रम संख्या 10 को छोड़ सभी निर्दोष हैं. ग्रामीणों ने एसएसपी से गुहार लगायी कि जांच पूरी होने तक पुलिस किसी को गिरफ्तार नहीं करे न बेवजह परेशान करे. प्रतिनिधिमंडल में राजेंद्र राय, बाबूलाल साह, निरंजन सिंह, धर्मेंद्र कुमार, राजीव कुमार, मोहन साह आदि शामिल थे. इधर भाकपा माले की अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा की प्रखंड इकाई ने शनिवार की शाम नरौली चौक से मशाल जुलूस निकाला. मो इलियास के नेतृत्व में निकला जुलूस मणिका महंथ हाट पर सभा में तब्दील हो गया. लोगों ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. थानाध्यक्ष के तबादले की मांग वे कर रहे थे. वक्ताओं ने कहा कि प्राथमिकी में निर्दोष लोगों को फंसाया गया है. उन्हें अविलंब रिहा कर मुकदमा वापस लिया जाये. ऐसा नहीं करने पर पार्टी आंदोलन करेगी. सभा को प्रांतीय अध्यक्ष रामवृक्ष राम, जिला पार्षद रुदल राम, मुखिया प्रमोद रजक, सरपंच रंजीत पासवान, राजकिशोर, राजकुमार, मो जब्बार, मो इस्माइल, कमलेश कुमार, शशि देवी आदि ने भी संबोधित किया.