मुजफ्फरपुर : शीर्ष कथावाचकों में शुमार मोरारी बापू की कथा अगले साल दिसंबर में बेगूसराय के सिमरिया घाट पर होगी. इसके लिए खास तरीके से तैयारी की जा रही है. कथा के दौरान लगभग एक करोड़ लोगों के भोजन करने का अनुमान लगाया गया है. इसको लेकर तैयारी शुरू
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तैयारी. मोरारी बापू की कथा यादगार होगी, परोसा जायेगा जैविक भोजन
मुजफ्फरपुर : शीर्ष कथावाचकों में शुमार मोरारी बापू की कथा अगले साल दिसंबर में बेगूसराय के सिमरिया घाट पर होगी. इसके लिए खास तरीके से तैयारी की जा रही है. कथा के दौरान लगभग एक करोड़ लोगों के भोजन करने का अनुमान लगाया गया है. इसको लेकर तैयारी शुरू सात जिलों की की गयी है. […]
सात जिलों की
की गयी है. खाने में जो सामान प्रयोग किया जायेगा, वो सब जैविक होगा और विभिन्न संस्थाओं की निगरानी में उपजाया जायेगा. चाहे गेंहू, दालें, चावल हो या फिर सब्जी व तेल के लिए सरसों हो. सबकी खेती की तैयारी की गयी है. इसके लिए उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर समेत सात जिलों में आठ सौ एकड़ जमीन लीज पर ली जा रही है.
खेती के लिए जो प्रस्ताव तैयार किया गया है. उसमें लगभग एक करोड़ लोगों के लिए चावल, दाल, सब्जी, गेहूं व तेल आपूर्ति करने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी गयी है. यही नहीं, श्रद्धालुओं को दूध, दही व घी भी विशेष तरह का परोसा जायेगा. इसके लिए बेगूसराय में गिर प्रजाति की गाय की डेयरी स्थापित की जा रही है, जो इसी महीने से शुरू हो जायेगी. दरअसल, गुजरात की गिर नस्ल की गाय के दूध में भैंस के दूध की तरह फैट होता है.
सात जिलों में होगी ऑर्गेनिक खेती
मुजफ्फरपुर, वैशाली, बेतिया, समस्तीपुर, शिवहर व बेगूसराय जिले में जैविक खेती होगी. अनाज उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी सरैया प्रखंड के भटौलिया स्थित बॉटेनिकल रिसर्च इंस्टीच्यूट को मिली है. संस्था के संस्थापक अविनाश कुमार ने बताया कि प्रवचन कार्यक्रम में खाद्य सामग्री की आपूर्ति उद्योगपति विपिन ईश्वर कर रहे हैं. वो मूल रूप से बेगूसराय के रहनेवाले हैं. खेती के लिए चयनित जिलों के किसानों की जमीन लीज पर लेने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है.
मुजफ्फरपुर से जायेगा तेल व अरहर दाल
जैविक अनाज व तेल के लिए सात जिलों में 800 एकड़ जमीन पर खेती की तैयारी चल रही है. तेलहन व दलहन की खेती मुजफ्फरपुर में होगी. 300 एकड़ में सरसों व 50 एकड़ में अरहर लगायी जायेगी. अरहर के लिए दियारा क्षेत्र का सर्वे किया जा रहा है. शिवहर व बेगूसराय में 50 एकड़ में आलू और वैशाली व समस्तीपुर में 100 एकड़ में हरी सब्जी की खेती होगी. चावल का नैहर कहे जानेवाले पश्चिम चंपारण में 120 एकड़ में धान की खेती होगी. सभी आनाज के खेती के लिए अलग-अलग प्रोजेक्ट तैयार किया गया है. अनाज आपूर्ति के लिए 20 महीने पहले से शुरू हुई तैयारी में हर फसल की बुआई, कटाई व भंडारण के तिथि तय की गयी है.
एक करोड़ लोगों को खिलाने की तैयारी
मुजफ्फरपुर में बोया जायेगा दलहन व तिलहन
बेतिया में उपजाया जायेगा बिना खाद का धान
बेगूसराय में सब्जी के लिए लगाया जायेगा आलू
बेगूसराय में ही दूध के लिए खोली जायेगी डेयरी
– वैशाली व समस्तीपुर में भी करायी जायेगी खेती
शामिल होंगी नामी हस्तियां : बेगूसराय में मोरारी बापू की कथा सुनने के लिए लिए देश-विदेश की जानी-मानी हस्तियां शामिल होंगी. इस पर भी अभी से चर्चा होने लगी है. कौन-कौन आयेगा. इसको लेकर दावों का दौर शुरू हो गया है. ऐसा माना जा रहा है कि कथा के दौरान देश के कई बड़े नेता व उद्योग जगत से जुड़े लोग बिहार आ सकते हैं.
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