मुजफ्फरपुर : 10 दिनों से गायब खबड़ा निवासी प्रॉपर्टी डीलर दिलीप ओझा उर्फ राजाजी सोमवार को अचेतावस्ता में खबड़ा गांव स्थित पुल के समीप खेत से बरामद हुए. इसकी सूचना उन्होंने स्वयं अपने मोबाइल से परिजनों को दी थी. सूचना पर वहां पहुंचे परिजन और ग्रामीणों ने उन्हें इलाज के लिए बैरिया स्थित एक निजी […]
मुजफ्फरपुर : 10 दिनों से गायब खबड़ा निवासी प्रॉपर्टी डीलर दिलीप ओझा उर्फ राजाजी सोमवार को अचेतावस्ता में खबड़ा गांव स्थित पुल के समीप खेत से बरामद हुए. इसकी सूचना उन्होंने स्वयं अपने मोबाइल से परिजनों को दी थी. सूचना पर वहां पहुंचे परिजन और ग्रामीणों ने उन्हें इलाज के लिए बैरिया स्थित एक निजी अस्पताल में भरती कराया,
लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया. पोस्टमार्टम िरपार्ट में जहर खाने से दिलीप ओझा की मौत की पुिष्ट हुई है.
पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
दिलीप ओझा 25 मार्च को अपनी बाइक से घर
खबड़ा से लापता
से निकले थे. 26 मार्च की सुबह करीब 10 बजे अपने परिजनों से पटना में होने की बात कहते हुए दोपहर 12 बजे तक घर लौट जाने को कहा था, लेकिन वे दोपहर दो बजे तक घर नहीं लौटे. उनके पुत्र चंदन ने जब फोन किया, तो उनका फोन स्विच ऑफ मिला. काफी खोजबीन के बाद भी जब वे नहीं मिले, तो सदर थाना पहुंच 28 मार्च को उनकी गुमशुदगी का सनहा दर्ज कराया गया. परिजनों ने पुलिस से उनके तीनों मोबाइल नंबर का कॉल डिटेल और टावर लोकेशन प्राप्त कर उनके संबंध में जानकारी लेने का आग्रह किया था.
10 दिन पहले हुए थे गायब
जहर खाने से हुई मौत
गायब होने के पांच दिनों बाद मिली थी बाइक
दिलीप के गायब होने की सनहा दर्ज कराने के बाद परिजन भी तलाश में जुटे थे. इसी बीच उनसे जुड़े एक परिचित का नंबर उनके हाथ लगा. उक्त नंबर पर बात की, तो उसके यहां उनकी बाइक होने की बात बतायी गयी. इस जानकारी के बाद 30 मार्च को उनके परिजन टेक्निकल चौक स्थित रामचंद्र सिंह के यहां गये, तो वहां बाइक थी. पूछने पर उन्होंने बताया कि दिलीप 25 मार्च को उनके यहां पहुंचा था. कलकत्ता जाने की बात कह वहां बाइक लगा चला गया था.