बिजली शुल्क में वृिद्ध. विभिन संगठनों ने धरना-प्रदर्शन कर जताया विरोध, भाजपा बोली
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फैसला गरीब विरोधी, वापस ले सरकार
बिजली शुल्क में वृिद्ध. विभिन संगठनों ने धरना-प्रदर्शन कर जताया विरोध, भाजपा बोली मुजफ्फरपुर : बिजली शुल्क में अप्रत्याशित बढ़ोतरी का चहुंओर विरोध शुरू हो गया है. भाजपा नेताओं ने सोमवार को माड़ीपुर स्थित एस्सेल कार्यालय में सरकार के इस फैसले के विरोध में धरना-प्रदर्शन किया. भाजपा नेताओं ने कहा कि बिजली बिल में 55 […]
मुजफ्फरपुर : बिजली शुल्क में अप्रत्याशित बढ़ोतरी का चहुंओर विरोध शुरू हो गया है. भाजपा नेताओं ने सोमवार को माड़ीपुर स्थित एस्सेल कार्यालय में सरकार के इस फैसले के विरोध में धरना-प्रदर्शन किया. भाजपा नेताओं ने कहा कि बिजली बिल में 55 प्रतिशत वृद्धि का फैसला जनता विरोधी है. जिलाध्यक्ष रामसूरत राय ने कहा कि सरकार ने यह फैसला लेकर सूबे में गरीबों की कमर तोड़ने का काम किया है. भाजपा इसे बरदाश्त नहीं करेगी. सरकार इस फैसले को वापस नहीं लेती है, तो पूरे सूबे में एक बड़ा आंदोलन छेड़ा जायेगा. गायघाट की पूर्व विधायक वीणा देवी ने कहा कि नीतीश सरकार बिहार की जनता को एक बार फिर लालटेन युग में ले जाना चाहती है
. एक ओर घर-घर बिजली पहुंचाने का वादा, दूसरी ओर शुल्कवृद्धि का निर्णय. यह जनता के साथ धोखा है. भाजपा तकनीकी प्रकोष्ठ के प्रदेश महामंत्री अमिताभ कुमार ने शुल्कवृद्धि से जनता को किस तरह नुकसान होगा.धरना को संबोधित करने वाले में भाजपा नेता भगवान लाल सहनी, अर्जुन राम, पूर्व मीडिया प्रभारी प्रभात कुमार, भोला चौधरी, जिला उपाध्यक्ष हरिमोहन चौधरी, राजेश रौशन, जिला महामंत्री अरविंद सिंह,
जिला मंत्री आदर्श कुमार, प्रिंस कुमार, रजनीश कुमार, राकेश पटेल, प्रदेश कार्य समिति सदस्य मनीष कुमार, नंद किशोर ठाकुर, मुकेश पासवान, इंदिरा देवी आदि शामिल हैं.
एसयूसीआइ ने निकाला प्रतिवाद मार्च : सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्यूनिस्ट) ने बिजली शुल्क में बेतहाशा वृद्धि को लेकर प्रतिवाद मार्च निकाला. मार्च मोतीझील से निकल कर तिलक मैदान रोड, सरैयागंज टावर, जवाहरलाल रोड होते हुए कल्याणी चौक पहुंचा. इस दौरान कल्याणी चौक पर सभा को संबोधित करते हुए अर्जुन कुमार ने कहा कि बिजली लोगों के लिए अत्यंत अावश्यक बन चुकी है. गरीब से गरीब व्यक्ति तक बिजली पहुंचाना सरकार का दायित्व है. सबको बिजली एवं सस्ती बिजली मिलनी चाहिए. सरकार ने पहले बिजली का निजीकरण किया, फिर अचानक दरों में वृद्धि का सूबे की जनता के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है. मार्च में जिला कमिटी सदस्य इररीश, काशीनाथ सहनी, नरेश राम, विपिन ठाकुर, मो नेवाजुल, उदय झा, विनय शर्मा, अमरेंद्र कुमार, वरुण प्रकाश, त्रिलोकीनाथ झा, राजेश कुमार, मनोज कुमार, संतोष कुमार, सुजीत कुमार, अजय कुमार, रामप्रवेश सिंह थे.
एक तरफ घर-घर बिजली पहुंचाने का वादा, दूसरी ओर बिल में बढ़ोतरी
दर में अचानक बढ़ोतरी ठीक नहीं : नागरिक मोरचा
नागरिक मोरचा ने भी बढ़े बिजली बिल का विरोध किया. मोरचा ने सरैयागंज टावर पर एक विरोध सभा का आयोजन किया. सभा को संबोधित करते हुए मोहन प्रसाद सिन्हा ने कहा कि बिल में हुई अचानक बढ़ोतरी से लोगों पर इसका खराब असर पड़ेगा. सरकार इस पर पुन: विचार करे. सबसे ज्यादा असर मुजफ्फरपुर के लोगों पर पड़ेगा. यहां के लोग एस्सेल की गलत बिलिंग के कारण पहले से ही ज्यादा परेशान हैं. इस दौरान डॉ हरिकिशोर प्रसाद सिंह, रमेश कुमार मिश्र प्रेमी, रंजन कुमार, केशव कुमार मिश्रा, दीनबंधु आजाद, एसए आजाद, सोहन लाल आजाद, मदन प्रसाद सिंह, शिवजी सहनी, ओम प्रकाश तुलस्यान, परमेश्वरी देवी, आशा सिन्हा, मुन्नी चौधरी, अजय कुमार, हेमनारायण मिश्र, जगदीश शर्मा, धमेंद्र कुमार आदि शामिल थे.
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