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कलेक्ट्रेट में विवाहिता को पीटा
मुजफ्फरपुर : दहेज उत्पीड़न के मामले की सुनवाई के दौरान महिला हेल्प लाइन ने जब ससुरालवालों के विरोध में फैसला सुनाया, तो इससे नाराज ससुराल वालाें ने कलेक्ट्रेट परिसर स्थित महिला हेल्प लाइन में ही पीड़िता पर हमला कर दिया. इसमें विवाहिता के साथ उसकी मां व भाई घायल हो गये. वहां मौजूद लोगों ने […]
मुजफ्फरपुर : दहेज उत्पीड़न के मामले की सुनवाई के दौरान महिला हेल्प लाइन ने जब ससुरालवालों के विरोध में फैसला सुनाया, तो इससे नाराज ससुराल वालाें ने कलेक्ट्रेट परिसर स्थित महिला हेल्प लाइन में ही पीड़िता पर हमला कर दिया. इसमें विवाहिता के साथ उसकी मां व भाई घायल हो गये. वहां मौजूद लोगों ने हमलावरों में शामिल विवाहिता के ससुर को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया. इससे कुछ देर तक कलेक्ट्रेट परिसर में अफरा-तफरी मची रही.
चार साल पहले हुई थी शादी : नगर थाने के सीढ़ी पर बैठी रामा कुमारी ने कहा कि 25 नवंबर 2013 को उसकी शादी रामबाग के शैलेश कुमार के साथ हुई थी. शादी के कुछ की दिनों के बाद शैलेश और ससुरालवाले उससे दो लाख रुपये की मांग करने लगे. असमर्थता जताने पर प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. माता-पिता व भाई से उसकी बातचीत व मुलाकात नहीं होने दी जाती थी. 2014 में होली के अवसर पर जब उसके पिता श्याम सुंदर प्रसाद उसे विदा कराने आये थे, लेकिन दहेज की रकम लिये बगैर विदा कराने से इनकार कर दिया गया. इसके बाद पंचायती हुई. इसके बाद उसे मायके जाने दिया गया. दो दिनों बाद वह फिर अपने ससुराल आ गयी. तीन माह तक सब ठीक रहा. फिर सास सुलोचना देवी दहेज के लिए दबाव देने लगी. जुलाई 2014 में गर्भवती होने पर रामा मायके चली गयी. 18 जनवरी 2015 को उसने पुत्र को जन्म दिया. इसके बाद फिर एक पंचायती हुई. इसमें ससुर शशिभूषण व पति शैलेश सहित अन्य लोगों ने एक पंचनामा बनाया, जिसमें दहेज के लिए प्रताड़ित नहीं करने का करार किया. इसके बाद वह अपने ससुराल गयी
लेकिन 28 अगस्त 2016 को उस पर तलाकनामे के कागजात पर हस्ताक्षर करने का दबाव बनाया गया. जब वह हस्ताक्षर के लिए तैयार नहीं हुई, तो शरीर पर किरासन छिड़क जलाने की कोशिश की गयी. मामले की जानकारी मिलने पर मिठनपुरा पुलिस उसे मुक्त करा मायके भेजा था. कुछ दिनों बाद पीड़िता रामा की सास सुलोचना देवी ने महिला हेल्प लाइन को एक आवेदन देकर बहू और उसके परिजनों पर पांच लाख रुपये मांगने और नहीं देने पर पूरे परिवार को परेशान करने की धमकी देने का आरोप लगाया. मामले की सुनवाई के बाद बुधवार को महिला हेल्प लाइन पीड़िता रामा के पति शैलेश को बाजार में डेरा लेकर उसे रखने का निर्देश दिया. पक्ष में फैसला नहीं आने से आग-बबूला शैलेश और उसके परिजन महिला हेल्प लाइन के कार्यालय में ही उस पर टूट पड़े. ससुर रामबाग निवासी शशिभूषण कुमार, उनके भाई नंदू कुमार व पुत्र शैलेश कुमार ने पिटाई शुरू कर दी.
सुनवाई कर रही महिला सदस्या और अधिवक्ता जबतक कुछ समझते, रामा को पीट कर अधमरा कर दिया गया था. हमलावर जब रामा की मां व भाई को भी पीटने लगे, तो महिला हेल्पलाइन की सदस्या और वहां उपस्थित लोग हमलावरों को पकड़ने दौड़े. भाग रहे ससुर शशिभूषण को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. इसके बाद पीड़िता अपने मां-पिता व भाई के साथ नगर थाने पहुंच न्याय के लिए विलाप करने लगी.
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