मुजफ्फरपुर : शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन सहित विभाग के छह अधिकारियों पर फर्जीवाड़े के तहत टीइटी शिक्षकों की बहाली कर सरकारी राशि गबन का आरोप लगा है.
न्यायालय के आदेश पर तीन माह बाद नगर थाना पुलिस ने प्रधान सचिव सहित सभी आरोपितों के खिलाफ शिक्षक बहाली में फर्जीवाड़ा, सरकारी राशि का दुरुपयोग सहित अन्य मामलों में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. मामले का खुलासा होने पर अधिवक्ता पंकज कुमार इन आरोपितों के खिलाफ न्यायालय में नालिसी दर्ज करायी थी. सुनवाई के बाद न्यायालय मामले के सभी आरोपितों के विरुद्ध केस दर्ज करने का आदेश नगर थाना पुलिस को दिया था.
व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता सह सामाजिक कार्यकर्ता पंकज कुमार को जिले के मीनापुर और बंदरा प्रखंडों में टीइटी शिक्षक बहाली में बड़े पैमाने पर लापरवाही और फर्जीवाड़ा किये जाने की जानकारी मिली थी. क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक ने उन्हें मीनापुर और बंदरा में टीइटी के तहत हुई 206 शिक्षकों के बहाली में फर्जीवाड़ा किये जाने की जानकारी दी थी. सूचना अधिकार के तहत मांगी गयी जानकारी में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नीता पांडेय पर विभागीय आदेश की अवहेलना करते हुए शैक्षणिक सीडी और सर्टिफिकेट की जांच कराये बगैर 206 शिक्षकों को बहाल करने और उसके वेतन भुगतान करने का खुलासा हुआ था.
फर्जीवाड़े के तहत बहाल शिक्षकों के वेतन देकर सरकारी राशि के गबन की बात भी सामने आयी थी. इसके बाद वे जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को साक्ष्य उपलब्ध कराते हुए दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई का आग्रह किया था. साथ ही विभाग के प्रधान सचिव आर के महाजन,निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के महानिदेशक को पत्र भेज कार्रवाई की मांग की थी.