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कार्यशैली को लेकर सुर्खियों में रहे डाॅ पलांडे
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि के वीसी डॉ पी पलांडे बुधवार को अपने कार्यकाल का तीन साल पूरा कर लेंगे. इन तीन सालों के बीच में उनकी कार्यशैली ने उन्हें हमेशा सुर्खियों में जगह दिलायी. बंद कमरों में हाइवोल्टेज बैठकों की खबरें जब सामान्य होने लगी, तो यह कयास लगाएं जाने लगे कि उनकी पहुंच राजभवन […]
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि के वीसी डॉ पी पलांडे बुधवार को अपने कार्यकाल का तीन साल पूरा कर लेंगे. इन तीन सालों के बीच में उनकी कार्यशैली ने उन्हें हमेशा सुर्खियों में जगह दिलायी. बंद कमरों में हाइवोल्टेज बैठकों की खबरें जब सामान्य होने लगी, तो यह कयास लगाएं जाने लगे कि उनकी पहुंच राजभवन में तगड़ी है. इन तीन सालों के बीच में वह एक दो चेहरों को छोड़कर अन्य किसी को तरजीह नहीं दिये. इसकी वजह से वह हमेशा लोगों की रडार पर भी रहे. लेकिन इन सबके बावजूद भी वह खुशी-खुशी अपने तीन साल के कार्यकाल को पूरा कर लिया.
ज्वाइनिंग के वक्त दिखायी थी कड़क मिजाजी : तीन साल पहले जब डॉ पी पलांडे को बीआरए बिहार विवि का कार्यकाल भार मिला, तो ज्वाइनिंग के वक्त ही उनकी अखड़मिजाजी देख लोगों को लगा कि सिस्टम में काफी सुधार कर देंगे. इस बीच लंबी-लंबी बातों से कइयों को दिल भी जीत लिये. लेकिन जिस तरीके से उन्होंने शुरुआती तौर में शब्दों के जरिये विवि में बदलाव लाने की कोशिश किये, वह केवल उनके बखान तक सीमित होकर रह गया.
बनती रही जांच कमेटी
विवि में कार्यभार ग्रहण करने के बाद कई ऐसे मामले आये, जिसकी चर्चा शहर के हर जुबां पर थी. इनमें प्री-पीएचडी घाेटाला से लेकर कई ऐसे मामले शामिल थे. इसके लिए बकायदा कमेटी का गठन भी किया गया. मामला राजभवन से लेकर दिल्ली तक पहुंचा गया. इसके बाद भी आज तक प्री-पीएचडी के राज से परदा नहीं उठ सका. इतना ही नहीं दो दर्जन से अधिक जांच कमेटियां बनी हैं. लेकिन कार्रवाई नहीं हुई.
चर्चा में रहे तीन साल
कार्यभार ग्रहण करने के बाद से ही विवि में उनकी मौजूदगी को लेकर तरह-तरह के सवाल पूरे तीन साल होते रहे. यहां तक की लाेगों ने मुख्यालय पर न रहने को लेकर आरटीआइ भी दाखिल किया. लेकिन आरटीआइ का जवाब मयस्सर नहीं हो सका. इसे लेकर राजभवन तक भी शिकायत हुई.
मीडिया से बनाते रहे दूरी
तीन सालों के कार्यकाल के बीच में कभी-कभार ही ऐसा मौका आया है, जब उन्होंने मीडिया से खुल कर बात की हो. अपने कार्यकाल के दौरान वह मीडिया से बचते ही दिखे.
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