सिटी एसपी की जांच रिपोर्ट पर एसएसपी
Advertisement
दुष्कर्म के प्रयास के साक्ष्य छिपाने में महिला थानेदार व दारोगा निलंबित
सिटी एसपी की जांच रिपोर्ट पर एसएसपी ने की कार्रवाई पिता ने अपनी ही बेटी के साथ किया था दुष्कर्म 7 अक्तूबर को पीड़िता ने पिता के विरुद्ध दर्ज करायी थी प्राथमिकी मुजफ्फरपुर : दुष्कर्म के प्रयास के आरोपित पिता को बचाने के लिए किया गया खेल महिला थानाध्यक्ष सुनीता कुमारी व कांड के अनुसंधानक […]
ने की कार्रवाई
पिता ने अपनी ही बेटी के साथ किया था दुष्कर्म
7 अक्तूबर को पीड़िता ने पिता के विरुद्ध दर्ज करायी थी प्राथमिकी
मुजफ्फरपुर : दुष्कर्म के प्रयास के आरोपित पिता को बचाने के लिए किया गया खेल महिला थानाध्यक्ष सुनीता कुमारी व कांड के अनुसंधानक विजय कुमार के लिए महंगा साबित हुआ. पुलिस के इस खेल की पोल पीड़िता ने वरीय अधिकारियों को आवेदन देकर खोल दी थी. पीड़िता के आवेदन की गुप्त जांच के बाद सिटी एसपी आनंद कुमार ने इन दोनों पुलिस पदाधिकारियों के विरुद्ध अपनी रिपोर्ट एसएसपी को सौंपी थी. मामले की समीक्षा आईजी (कमजोर वर्ग,अपराध अनुसंधान विभाग) ने भी की थी.
7 अक्तूबर को दर्ज हुई थी प्राथमिकी
काजीमुहम्मदपुर इलाके की एक 18 वर्षीया छात्रा विगत 7 अक्तूबर 2016 को अपनी मां व शिक्षक के साथ थाने पर पहुंच अपने ही पिता पर दुष्कर्म के प्रयास का घिनौना आरोप लगायी थी. दुष्कर्म के प्रयास के दौरान पकड़े जाने पर कलयुगी पिता छत से कूद कर जान देने की भी कोशिश किया था,जिसे मुहल्ले के लोगों ने अपने कब्जे में लेकर अस्पताल में भरती करा दिया था. छात्रा के लिखित आवेदन पर महिला थाना पुलिस मामले की प्राथमिकी दर्ज कर कांड का अनुसंधानक दारोगा विजय कुमार को बनाया था. पीड़िता ने इस पूरे घटनाक्रम की वीडियो सीडी के साथ अन्य साक्ष्य भी पुलिस को उपलब्ध करायी थी.
मामले की प्राथमिकी दर्ज करा साक्ष्य उपलब्ध कराने के बाद भी इस मामले में पुलिस कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही थी. इससे क्षुब्ध पीड़िता पुलिस के वरीय अधिकारियों सहित आइजी (कमजोर वर्ग,अपराध अनुसंधान विभाग) को आवेदन देकर मामले की जांच का आग्रह करते हुए न्याय दिलाने की गुहार लगायी थी. एसएसपी विवेक कुमार इस मामले के जांच की जिम्मेवारी सिटी एसपी को दिया था. वहीं आइजी (कमजोर वर्ग,अपराध अनुसंधान विभाग)ने भी इस कांड की समीक्षा की. जांच व समीक्षा में महिला थानेदार सुनीता कुमारी व अनुसंधानक विजय कुमार के विरुद्ध साक्ष्य व तथ्य को छिपाने के मामले सामने आये. पीड़िता द्वारा दिये गये घटना के वीडियो को भी दरकिनार कर दिया गया था. इन बातों के सामने आने के बाद इन दोनों पदाधिकारियों को निलंबित करने की अनुशंसा आइजी ने की थी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement