मुजफ्फरपुर : संगोष्ठी में सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयार्क से आये डॉ सत्य प्रकाश ने बताया कि 2003-13 के बीच पूरे उत्तर भारत में भूजल का आकड़ा एकत्रित किया गया. इसके अध्ययन पर पाया गया कि उत्तर भारत में हर साल एक सेंटीमीटर वाटर लेबल नीचे जा रहा है, जो भविष्य के लिए ठीक नहीं है. बताया कि इसके लिए जनसंख्या,
इंडस्ट्री का निर्माण आदि का बढ़ना प्रमुख कारण है. बताया कि अभी रेन फॉल पर शोध चल रहा है. इसमें यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि किस तरह रेन फॉल को डिटेक्ट किया जाये. बताया कि मौसम को लेकर भी काफी शोध चल रहे हैं. इससे आनेवाले समय में मौसम की सही भविष्य वाणी की जा सकेगी. इससे किसानों को लाभ होगा.