मुजफ्फरपुर : शराब तस्करों के सरगना को पकड़ने सदर थाने अंतर्गत खबड़ा गांव पहुंची मोतिहारी पुलिस टीम को महंगा पड़ा. शराब माफियाओं को बचाने के लिए करीब दो सौ लोगों ने पुलिस टीम पर हमला बोल माफियाओं को भगाने का प्रयास किया. इसमें पीपरा कोठी के पुलिस जवानों को चोटें आयीं.
इस मामले में सदर थाना में पीपरा कोठी थानाध्यक्ष अभिषेक रंजन ने प्राथमिकी करायी है. आरोप है कि हमला करनेवाले लोगों ने गिरफ्तार शराब तस्करों को छुड़ाने के लिए पुलिस टीम पर हमला बोल दिया. इस दौरान चालक गोविंद मौका का फायदा उठा कर फरार हो गया. थानाध्यक्ष ने फरार चालक पर भी प्राथमिकी करायी है. सदर पुलिस फरार चालक की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही हैं.
बताया जाता है कि पीपरा कोठी पुलिस गिरफ्तार चालक गोविंद की निशानदेही पर सरगनाओं को दबोचने का प्रयास कर रही थी. इस दौरान चकमा देकर फरार फरार हो गया. लेकिन, पुलिस को शराब तस्करों के सिंडिकेट से जुड़े पांच लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली. पुलिस गिरफ्तार शराब तस्करों से पूछताछ कर रही है. साथ ही फरार चालक की गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी कर रही है.
सरगना की गिरफ्तारी के लिए रामदयालु में बिछाया था जाल : पंजाब से मुजफ्फरपुर के लिए लायी जा रही शराब की एक बड़ी खेप पकड़ने में पूर्वी चंपारण के पीपरा कोठी पुलिस को सफलता मिली थी. रविवार की देर रात 64 किलोमीटर पीछा कर एनएच-28 पर कोटवा की ओर जानेवाले फ्लाइओवर के पास हरियाणा नंबर की एक ट्रक को पकड़ा था ट्रक से करीब 600 कार्टन शराब की बरामदगी हुई थी. हिरासत में लिये गये चालक अमृतसर के गोविंद कुमार से पूछताछ के बाद उसने सरगना और इस शराब तस्करी के सिंडिकेट से जुड़े कई लोगों केे नामों का खुलासा किया था. साथ ही इस शराब की खेप को मुजफ्फरपुर के लिए मंगाये जाने की बात भी कहीं थी. सिंडिकेट के लोगों को इस खेप के पकड़े जाने की जानकारी नहीं मिल सकी थी. इसके बाद पुलिस सरगना को पकड़ने के लिए जाल बुननी शुरू कर दी. हिरासत में लिये गये चालक गोविंद को लेकर सरगना और इसके सिंडिकेट से जुड़े लोगों को पकड़ने के लिए मुजफ्फरपुर के रामदयालु और खबड़ा में जाल बिछाया था.
खेप रिसीव करने आये थे : सोमवार की रात मुजफ्फरपुर के साथ ही पूर्वी चंपारण की पुलिस सदर थाना के रामदयालु के भिखनपुरा चौक पर बरामद ट्रक व चालक गोविंद को लेकर पहुंची. पहले खबड़ा के पास उक्त ट्रक को लगा दिया और पास ही अपनी गाड़ी खड़ी कर खेप को रिसीव करने के लिए आनेवाले सरगना व सिंडिकेट से जुड़े लोगों का इंतजार करने लगी. रात के करीब दस बजे वहां एक एसयूवी और स्कार्पियो गाड़ी पहुंची. ट्रक के पास पहुंच चालक गोविंद के मोबाइल पर फोन किया. पुलिस ने दोनों गाड़ी में बैठे पांचों को दबोच लिया. पकड़े गये लोग वैशाली व सारण जिले के थे.
फरार चालक की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी : हमले से सुरक्षित निकलने के बाद पुलिस टीम सीधे मनियारी थाना पहुंची. हिरासत में लिये गये पांचों शराब तस्कर को वहां बंद कर फरार चालक के तलाश में छापेमारी करने लगी. पुलिस ने शहर के मुजफ्फरपुर जंकशन, रामदयालु स्टेशन, बैरिया बस स्टैंड व शहर के आने जानेवाले जगहों पर छापेमारी की. लेकिन सफलता नहीं मिली.
स्थानीय लोगों ने किया हमले से इनकार
हालांकि इस मामले में पूछे जाने पर खबड़ा और भिखनपुरा के स्थानीय लोगों ने किसी तरह की छापेमारी व हमले से अनभिज्ञता जतायी है. भिखनपुरा के एक युवक ने बताया कि सोमवार की देर रात चौक पर जमी बड़ी संख्या में पुलिस पदाधिकारी व बरात पार्टी के कुछ लोगों के बीच बकझक देखा गया था. पुलिस बरात में जा रही एक गाड़ी को चेक करने का प्रयास किया. इसका बरात पार्टी में शामिल लोगों ने विरोध किया. लेकिन उसने पुलिस पार्टी पर किसी तरह के हमला की बात की जानकारी नहीं होने की बात बतायी.
इनकी हुई गिरफ्तारी
पूछताछ में पांचों ने अपना नाम क्रमश: रंजन कुमार (शीतल भखरूहर, सराय, वैशाली), अरविंद कुुमार (रामभद्र, वैशाली), कमलेश कुमार (सोंधो वसंत, वैशाली), नागेंद्र राम (छपरा, सारण), तपेश कुमार तिवारी उर्फ गुड्डू (जनता बाजार, सारण).
सरगना का खुलासा
गिरफ्तार शराब तस्करों ने इस सिंडिकेट के सरगना के नाम का भी खुलासा पुलिस टीम के सामने कर दिया. उसके अनुसार इस रैकेट का सरगना वैशाली का पंकज शुक्ला व अनिल साह (कटहरा ओपी, वैशाली) के होने की बात सामने आयी. पुलिस ने उसके ठिकाने की जानकारी ली और वहां छापेमारी के लिए प्रस्थान कर गयी.