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सरैया बीडीओ बोले, मेरा तबादला कर दो, नेताओं के साथ काम मुश्किल
सरैया: मनरेगा की बैठक में शुक्रवार को जनप्रतिनिधियों का हंगामा सरैया के बीडीओ को काफी नागवार गुजरा है. बीडीओ ने जनप्रतिनिधियों कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत चुनाव के बाद प्रखंड के अधिकारियों की स्थिति काफी खराब हो गयी है. कोई रंगदारी मांग रहा है, तो कोई जान मारने की धमकी दे रहा […]
सरैया: मनरेगा की बैठक में शुक्रवार को जनप्रतिनिधियों का हंगामा सरैया के बीडीओ को काफी नागवार गुजरा है. बीडीओ ने जनप्रतिनिधियों कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत चुनाव के बाद प्रखंड के अधिकारियों की स्थिति काफी खराब हो गयी है. कोई रंगदारी मांग रहा है, तो कोई जान मारने की धमकी दे रहा है. लगातार काम करने के बावजूद अधिकारियों की कोई प्रतिष्ठा नहीं है. इसलिए यहां पर काम करना बेहद मुश्किल है. यह कहना है कि सरैया के वर्तमान बीडीओ मो आसिफ का. इससे परेशान होकर उन्होंने शुक्रवार को जिलाधिकारी को आवेदन देकर अपने तबादले की मांग की है. कहा, ऐसी परिस्थति में यहां काम करना काफी कठिन है.
मनरेगा पर बीडीओ व जनप्रतिनिधियों के बीच अनबन
बीडीओ के अनुसार, चार माह पूर्व रंगदारी मांगे जाने की घटना के करीब एक माह बाद सबकुछ ठीक चल रहा था. इस बीच, शुक्रवार को मनरेगा की कार्ययोजना की स्वीकृति को लेकर मुख्यालय में बैठक थी. इसमें कुछ जनप्रतिनिधियों व बीडीओ के बीच अनबन हो गयी. इससे क्षुब्ध होकर उन्होंने दूसरी जगह अपने तबादले को लेकर डीएम को आवेदन दिया है. बीडीओ का कहना है कि वे प्रखंड मुख्यालय स्थित आवासीय भवन में रहकर काम करते हैं. साथ ही, समय-समय जिला प्रशासन, अनुमंडल स्तर के अधिकारियों से मिले निर्देशों का पालन भी करते और कराते हैं. यहां पदस्थापन तिथि से अबतक कई महत्वपूर्ण काम किये. इनमें विधानसभा निर्वाचन, 2015 व पंचायत निर्वाचन, 2016 भी शामिल हैं.
अपरिचितों की आती हैं कॉल, करते हैं बेतुकी बातें
बीडीओ का कहना है कि पंचायत चुनाव के बाद अनावश्यक दबाव बनाकर काम कराने वाले लोगों की संख्या बढ़ गयी. लगातार काम करने के बाद भी नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के रवैये से परेशान होकर मानसिक तनाव से ग्रस्त रहता हूं. कार्यालय अवधि के बाद भी अपरिचित लोगों का फोन आता है. वे लोग अक्सर बेतुकी बातें करते हैं. ऐसा लगता है कि 24 घंटे सरकारी कार्यों का निर्वहन करने के लिए ही मेरी नियुक्ति की गयी है. अनावश्यक दबाव के कारण पारिवारिक दायित्वों और सामाजिक कार्यों से बिल्कुल अलग-थलग हो गया हूं. ऐसी हालत में सरैया प्रखंड में काम करना संभव नहीं है.
चार माह पहले सीवान से हुआ था तबादला
सरैया बीडीओ मो आसिफ ने 14 मई 2015 को यहां योगदान दिया. इससे पूर्व वे सीवान जिले में थे. करीब चार महीने पूर्व मीनापुर के पूर्व विधायक दिनेश प्रसाद व बीडीओ से एक ही नंबर व एक ही दिन 25 लाख की रंगदारी मांगी गयी थी. उस वक्त थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी और डीएम को भी इस बात की जानकारी दी. मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपित पकड़ा गया. इसके बाद के दिनों फिर परेशानी बढ़ गयी है.
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