मुजफ्फरपुर: सीबीआइ जांच शुरू होते ही भूमि माफियाओं व अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया है. नवरूणा के माता-पिता ने इस मामले में कोर्ट में आवेदन देकर कई भूमि माफियाओं, सफेदपोश व अधिकारियों के खिलाफ उनकी संलिप्तता की बात बतायी थी.
इतना हीं नहीं, अतुल्य चक्रवती ने कई बार बयान दिया था कि मामले में सभी आइओ का नार्को टेस्ट कराने पर पूरा मामला साफ हो जायेगा.
उन्होंने इस मामले में भूमि माफियाओं के पुलिस अधिकारियों के सांठगांठ होने की बात बतायी थी. वही एक होटल मालिक पर भी अंगुली उठायी गयी थी. चर्चा यह भी है कि यदि सीबीआइ इस मामले में सही जांच करने में सफलता पाती है, तो नवरूणा कांड सहित जमीनी विवाद से जुड़े कई हत्याकांड का खुलासा हो सकता है. यहीं नहीं, शहर में अवैध तरीके से जमीन पर कब्जा करने के गोरखधंधा का भी खुलासा हो सकता है.जिसमें कई बड़े भूमि माफिया के अकूत संपत्ति अजिर्त करने का मामला सामने आ सकता है.
जमीन का मामला आया था सामने
नवरुणा कांड की जांच के क्रम में जवाहर लाल रोड स्थित करोड़ों की जमीन का मामला भी सामने आया. नवरुणा के परिजनों ने जमीन बेचने के एवज में प्रोपर्टी डीलर से 10 लाख रुपये एडवांस लिया था. प्रोपर्टी डीलर मुकेश ठाकुर सहित तीन लोगों ने मिल कर अतुल्य चक्रवती से छह कट्टा जमीन का सौदा किया था. इस एवज में उन लोगों ने 10 लाख रुपये एडवांस दिये थे. 5 लाख की राशि चेक व पांच लाख कैश दिये गये थे. यहां बता दें कि अनुसंधान के क्रम में अतुल्य चक्रवती ने पुलिस को जमीन के एवज में पैसे लेने की बात नहीं बतायी थी. बाद मे मामले का खुलासा होने पर उनसे पूछताछ की गयी थी. यहीं नहीं, पैसे वापस करने को लेकर प्रोपर्टी डीलर ने वकालतन नोटिस भी अतुल्य को भेजा था. इधर, इस मामले में कई प्रोपर्टी डीलर से पूछताछ भी की गयी थी.