पटना / मुजफ्फरपुर : आने वाल नववर्ष मंगलमय कम और परेशानी भरा ज्यादा रहेगा. शुरुआती दौर में ज्योतिषिय पंचांग यही कह रहे हैं. देश में राजनीतिक उथल-पुथल का दौर शुरू होने के बाद, खतरनाक रूप से आतंकी हमलों की आशंका की संभावना जताई जा रही है. पंचांग यह भी कह रहे हैं कि देश में विरोधी दलों के स्वर लगातार मुखर होंगे और वे अपनी बात सटीक तरीके से सत्तापक्ष के सामने रखने में कामयाब होंगे. इतना ही नहीं प्राकृतिक आपदाओं का प्रकोप जारी रहेगा और कई राज्यों में भूस्खलन के साथ भारी बारिश की संभावना बनी रहेगी.
ग्रहों की टेढ़ी नजर
नया वर्ष 2017 प्राकृतिक आपदाओं को लेकर आ रहा है. वर्ष की शुरुआत से ही ग्रहों की टेढ़ी नजर है. आतंकी गतिविधियों, भारी वृष्टि,जनांदोलन सहित अन्य आपदाओं का कुचक्र सालों भर बना रहेगा. इसकी भविष्यवाणी ठाकुर प्रसाद पंचांग व सुन्नी जंतरी दोनों ने की है. दोनों में स्पष्ट लिखा हुआ है कि 2017 में आपदाओं से जान-माल का नुकसान होगा. राजनीतिक दलों में उथल-पुथल अधिक रहेगी. विपक्षी पार्टियां मजबूती से अपनी बातें रखेंगी. अनाज सहित घर बनाने के सामान की कीमतों में काफी इजाफा होगा.
प्राकृतिक आपदाओं का दुर्योग
अप्रैल से अगस्त तक कुछ राज्यों में भूकंप की संभावना बनी रहेगी. बिहार के अलावा असम, छत्तीसगढ़ व जम्मू कश्मीर में भयंकर आतंकी गतिविधियां होंगी. अगस्त में कश्मीर व हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन का भी दुर्योग रहेगा. नवंबर में कई जगहों पर अासमान लाल दिखेगा. वैज्ञानिक व खगोलीय क्षेत्र में नये रहस्योद्घाटन की बात भी जंतरी में कही गयी है. ज्योतिष पं. रत्नेश मिश्र कहते हैं कि विभिन्न पंचांगों व
सुन्नी जंतरी में प्राकृतिक आपदाओं की बात कही गयी है. ग्रहों की स्थिति व गणना के अनुसार संभावना जतायी गयी है.